नई दिल्ली। मनरेगा मजदूरी दर में 3 से 10 फीसदी तक वृद्धि की गई है। पूरे भारत में औसत मनरेगा मजदूरी बढ़ोतरी 28 रुपये प्रति दिन है।
वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए औसत वेतन 289 रुपये होगा, जबकि वित्त वर्ष 23-24 के लिए 261 रुपये है।
अब हरियाणा में प्रतिदिन अधिकतम 374 रुपये मजदूरी मिलेगी।
सबसे कम अरुणाचल प्रदेश और नागालैंड के लिए 234 रुपये प्रतिदिन तय किया गया है।
गोवा (10.56 प्रतिशत) और कर्नाटक (10.4 प्रतिशत) में सबसे अधिक बढ़ोतरी हुई है।
जबकि वित्त वर्ष 2024-25 के लिए उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में मजदूरी दरों में सिर्फ 3 प्रतिशत की सबसे कम बढ़ोतरी की गई है।
आंध्र प्रदेश (10.29%), तेलंगाना (10.29%) और छत्तीसगढ़ (9.95%) में जोरदार प्रतिशत वृद्धि हुई है।
बता दें कि मनरेगा योजना का संचालन करने वाले ग्रामीण विकास मंत्रालय ने हाल ही में संशोधित मजदूरी दरों को लागू करने के लिए चुनाव आयोग की अनुमति ली थी।
क्योंकि आगामी आम चुनावों के लिए देश भर में आदर्श आचार संहिता पहले से ही लागू है।
मौजूदा समय में मनरेगा की मजदूरी सीपीआई-एएल में बदलाव के आधार पर तय की जाती है। यह ग्रामीण क्षेत्रों में मुद्रास्फीति को दर्शाती है।
केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार, मनेगा योजना में 14.28 करोड़ श्रमिक सक्रिय हैं।
केंद्र सरकार के इस फैसले से उन्हें सीधे लाभ मिलने वाला है।
बता दें कि केंद्र सरकार के द्वारा एक फरवरी को पेश अंतरिम बजट में मनरेगा के बजट की वृद्धि की घोषणा की गयी थी।
सरकार ने इस योजना के लिए साल 2023-24 में 60 हजार करोड़ रुपये का बजट रखा था।
जो साल 2024-25 में अब 86 हजार करोड़ रुपये होगा।
यानी सरकार के द्वारा बजट में मोटे तौर पर लगभग 26 हजार करोड़ रुपये की वृद्धि की गयी है।
इसे भी पढ़ें