दिनांक – 14 सितम्बर 2024
दिन – शनिवार
विक्रम संवत – 2081
शक संवत -1946
अयन – दक्षिणायन
ऋतु – शरद ॠतु
मास – भाद्रपद
पक्ष – शुक्ल
तिथि – एकादशी रात्रि 08:41 तक तत्पश्चात द्वादशी
नक्षत्र – उत्तराषाढा रात्रि 08:32 तक तत्पश्चात श्रवण
योग – शोभन शाम 06:18 तक तत्पश्चात अतिगण्ड
राहुकाल – सुबह 09:30 से सुबह 11:02 तक
सूर्योदय -05:36
सूर्यास्त- 06:04
दिशाशूल – पूर्व दिशा में
व्रत पर्व विवरण – पद्मा परिवर्तिनी एकादशी
विशेष – हर एकादशी को श्री विष्णु सहस्रनाम का पाठ करने से घर में सुख शांति बनी रहती है l राम रामेति रामेति । रमे रामे मनोरमे ।। सहस्त्र नाम त तुल्यं । राम नाम वरानने ।।
आज एकादशी के दिन इस मंत्र के पाठ से विष्णु सहस्रनाम के जप के समान पुण्य प्राप्त होता है l
एकादशी के दिन बाल नहीं कटवाने चाहिए।
एकादशी को चावल व साबूदाना खाना वर्जित है | एकादशी को शिम्बी (सेम) ना खाएं अन्यथा पुत्र का नाश होता है।
जो दोनों पक्षों की एकादशियों को आँवले के रस का प्रयोग कर स्नान करते हैं, उनके पाप नष्ट हो जाते हैं।
पद्मा एकादशी
13 सितम्बर 2024 शुक्रवार को रात्रि 10:30 से 14 सितम्बर, शनिवार को रात्रि 08:41 तक एकादशी है।
विशेष – 14 सितम्बर, शनिवार को एकादशी का व्रत उपवास रखें।
पद्मा एकादशी के व्रत करने व माहात्म्य पढ़ने – सुनने से सर्व पापों का नाश |
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