दिनांक -20 अगस्त 2024
दिन – मंगलवार
विक्रम संवत – 2081
शक संवत -1946
अयन – दक्षिणायन
ऋतु – वर्षा ॠतु
मास – भाद्रपद
पक्ष – कृष्ण
तिथि – प्रतिपदा रात्रि 08:32 तक तत्पश्चात द्वितीया
नक्षत्र – शतभिषा 21 अगस्त रात्रि 03:09 तक तत्पश्चात पूर्वभाद्रपद
योग – अतिगण्ड रात्रि 08:55 तक तत्पश्चात सुकर्मा
राहुकाल – शाम 03:53 से शाम 05:29 तक
सूर्योदय -05:30
सूर्यास्त- 06:03
दिशाशूल – उत्तर दिशा मे
व्रत पर्व विवरण –
मंगलागौरी पूजन (अमावस्यांत),पंचक
विशेष – प्रतिपदा को कूष्माण्ड (कुम्हड़ा पेठा) न खाएं क्योकि यह धन का नाश करने वाला है (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)
बाल कटवाने के नियम
पूर्व वा उत्तर की ओर मुँह करके हजामत बनवानी चाहिए | इससे आयु की वृद्धि होती है | हजामत बनवाकर बिना नहाये रहना आयु का नाश करने वाला है| (महाभारत:अनुशासन पर्व:१०८.१२८.१३९)
अपने कल्याण के इच्छुक व्यक्ति को बुधवार व शुक्रवार के अतिरिक्त अन्य दिनों में बाल नहीं कटवाने चाहिए।
सोमवार को बाल कटवाने से शिवभक्ति की हानि होती है | पुत्रवान को इस दिन बाल नहीं कटवाने चाहिए | मंगलवार को बाल कटवाना मृत्यु का कारण भी हो सकता है |
बुधवार को बाल, नख काटने- कटवाने से धन की प्राप्ति होती है | गुरुवार को बाल कटवाने से लक्ष्मी और मान की हानि होती है |
शुक्रवार लाभ और यश की प्राप्ति करानेवाला है | शनिवार मृत्यु का कारण हो सकता है | रविवार तो सूर्यदेव का दिन है, इस दिन क्षौर कराने से धन, बुद्धि और धर्मं की क्षति होती है | (श्री उड़िया बाबाजी के उपदेश से )
स्वास्तिक लगाने से
घर के दीवार पर स्वास्तिक का चित्र लगाने से आते-जाते उसका दर्शन होता है तो घर में सुख-शांति और बरक्कत रहती है |
कलह-कलेश में
जिनके शरीर में आधि आती हो, मन में व्याधियां और अशांति होती हो, वे लोग २१ दिन तक पीपल देवता को जल चढाएं l
जल में थोड़ा गुड़ डाल दें, ताकि कुटुंब में मिठास आये और थोड़े चने डाले दें …….. और पीपल देवता को रोटी चढाएं और ॐ खं खं ……… का जप करें l पति-पत्नी का मन मुटाव शांति में बदल जाएगा l
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