दिनांक – 14 जून 2024
दिन – शुक्रवार
विक्रम संवत – 2081
शक संवत -1946
अयन – उत्तरायण
ऋतु – ग्रीष्म ॠतु
मास – ज्येष्ठ
पक्ष – शुक्ल
तिथि – अष्टमी रात्रि 12:03 तक तत्पश्चात नवमी
नक्षत्र – उत्तराफाल्गुनी पूर्ण रात्रि तक
योग – सिद्धि शाम 07:08 तक तत्पश्चात व्यतीपात
राहुकाल – सुबह 10:59 से दोपहर 12:39 तक
सूर्योदय-05:07
सूर्यास्त- 06:30
दिशाशूल – पश्चिम दिशा में
व्रत पर्व विवरण –
व्यतीपात योग (रात्रि 07:08 से 15 जून रात्रि 08:11 तक)
विशेष – अष्टमी को नारियल का फल खाने से बुद्धि का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
महेश नवमी
ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को महेश नवमी का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये पर्व 15 जून, शनिवार को है।
इस दिन भगवान शिव की पूजा करने का विधान है। इस अवसर पर हम आपको शिवपुराण में लिखे कुछ ऐसे उपाय बता रहे हैं, जिन्हें करने से साधक की हर मनोकामना पूरी हो सकती है। ये उपाय बहुत ही आसान है।
भगवान शिव को कच्चे चावल चढ़ाने से धन लाभ होता है ।
भगवान शिव को बेला के फूल चढ़ाने से सुंदर पत्नी मिलती है ।
शिवलिंग का अभिषेक गाय के घी से करने से कमजोरी दूर होती है ।
महादेव की पूजा हरसिंगार के फूलों से करें तो सुख-सम्पत्ति में वृद्धि होती है ।
कनेर के फूलों से भगवान शिव की पूजा करने से नए वस्त्र मिलते हैं ।
महादेव को जूही के फूल चढ़ाने से घर में कभी अन्न की कमी नहीं होती ।
धतूरे के फूल से पूजा करने पर महादेव सुयोग्य पुत्र प्रदान करते हैं ।
भगवान शिव को गेहूँ चढ़ाने से संतान वृद्धि होती है ।
शिवजी की पूजा चमेली के फूल से करने पर वाहन सुख मिलता है ।
शिवलिंग पर गन्ने का रस चढ़ाने से जीवन में सभी सुख मिलते हैं ।
सुख समृद्धि और सौभाग्य की बढोत्तरी के लिए व्रत
जेष्ट मास में सुहागन देवियों के लिए व्रत “उमा ब्रह्मणि व्रत” … भविष्योत्तर पुराण के अनुसार ज्येष्ठ शुक्ल नवमी को हो सके तो आसपास कन्याएं – बेटियां छोटी -छोटी हो तो उनको दूध और चावल की खीर का भोजन करायें |
खुद भी खायें और माँ पार्वती के नाम का थोड़ा जप कर दें ये मंत्र बोल कर |
ॐ पार्वत्यै नमः
ॐ शंकरप्रियायै नमः
ॐ गौरियै नमः
ॐ उमायै नमः
ये बोल कर माँ पार्वती को प्रणाम करें तो उस सुहागन देवी के घर में सुख समृद्धि और सौभाग्य की बढोत्तरी होती है |
विशेष ~ 15 जून 2024 शनिवार को ज्येष्ठ शुक्ल नवमी तिथि है ।
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