दिनांक – 30 अक्टूबर 2024
दिन – बुधवार
विक्रम संवत – 2081
शक संवत -1946
अयन – दक्षिणायन
ऋतु – हेमंत ॠतु
मास – कार्तिक
पक्ष – कृष्ण
तिथि – त्रयोदशी दोपहर 01:15 तक तत्पश्चात चतुर्दशी
नक्षत्र – हस्त सुबह 09:43 तक तत्पश्चात चित्रा
योग – वैधृती सुबह 08:52 तक तत्पश्चात विष्कंभ
राहुकाल – दोपहर 12:22 से दोपहर 01:48 तक
सूर्योदय 05:51
सूर्यास्त – 05:52
दिशाशूल – उत्तर दिशा में
व्रत पर्व विवरण – मासिक शिवरात्रि,काली चौदस (रात्रि मे मंत्रजप से मंत्रसिद्धि),श्रीहनुमान पूजन
विशेष – त्रयोदशी को बैंगन खाने से पुत्र का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
दीपावली पर इतना अवश्य करले धन धान्य की होगी वृद्धि
दिवाली के दिन घर के पहले द्वार पर चावल का आटा और हल्दी का मिश्रण करके स्वस्तिक अथवा ॐ लगा देना, ताकि गृह दोष दूर हों और लक्ष्मी की स्थिति हो।
लक्ष्मी प्राप्ति के उपाय
दीपावली (31 अक्टूबर 2024) गुरुवार की रात मुख्य दरवाजे के बाहर दोनों तरफ 1-1दिया गेहूँ के ढेर पे जलाएं और कोशिश करें की दिया पूरी रात जले। आपके घर में सुख समृद्धि की वृद्धि होगा। जिनके घर में आर्थिक परेशानी हो वो घर में भगवती लक्ष्मी का पूजन करें।
ॐ महालक्ष्मऐ नमः
ॐ विष्णुप्रियाऐ नमः
ॐ श्रीं नमः
इन मन्त्रों में से किसी एक मंत्र का जप करें।
इसे भी पढ़ें
ll वैदिक पंचांग ll 29 अक्टूबर 2024 [Vedic Panchang 29 October 2024]