दिनांक – 28 सितम्बर 2024
दिन – शनिवार
विक्रम संवत – 2081
शक संवत -1946
अयन – दक्षिणायन
ऋतु – शरद ॠतु
मास – अश्विन
पक्ष – कृष्ण
तिथि – एकादशी दोपहर 02:49 तक तत्पश्चात द्वादशी
नक्षत्र – अश्लेशा 29 सितम्बर रात्रि 03:38 तक तत्पश्चात मघा
योग – सिद्ध रात्रि 11:51 तक तत्पश्चात साध्य
राहुकाल – सुबह 09:29 से सुबह 10:59 तक
सूर्योदय -05:40
सूर्यास्त- 06:02
दिशाशूल – पूर्व दिशा में
व्रत पर्व विवरण – इंदिरा एकादशी
विशेष – हर एकादशी को श्री विष्णु सहस्रनाम का पाठ करने से घर में सुख शांति बनी रहती हैl राम रामेति रामेति । रमे रामे मनोरमे ।। सहस्त्र नाम त तुल्यं । राम नाम वरानने ।।
आज एकादशी के दिन इस मंत्र के पाठ से विष्णु सहस्रनाम के जप के समान पुण्य प्राप्त होता है l
एकादशी के दिन बाल नहीं कटवाने चाहिए।
एकादशी को चावल व साबूदाना खाना वर्जित है। एकादशी को शिम्बी (सेम) ना खाएं अन्यथा पुत्र का नाश होता है।
जो दोनों पक्षों की एकादशियों को आँवले के रस का प्रयोग कर स्नान करते हैं, उनके पाप नष्ट हो जाते हैं।
इन्द्रिरा एकादशी व्रत कथा पढने व सुनने से भी पित्रो को मिलती है सद्गति
इंदिरा एकादशी
27 सितम्बर 2024 शुक्रवार को दोपहर 01:20 से 28 सितम्बर, शनिवार को दोपहर 02:49 तक एकादशी है।
विशेष – 28 सितम्बर, शनिवार को एकादशी का व्रत (उपवास) रखे।
इंदिरा एकादशी व्रत से बड़े – बड़े पापों का नाश हो जाता है। यह नीच योनियों में पड़े हुए पितरों को भी सद्गति देनेवाली है। इसका माहात्म्य पढ़ने-सुनने से मनुष्य सब पापों से मुक्त हो जाता है। – पद्म पुराण
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