दिनांक – 22 अक्टूबर 2024
दिन – मंगलवार
विक्रम संवत – 2081
शक संवत -1946
अयन – दक्षिणायन
ऋतु – शरद ॠतु
मास – कार्तिक
पक्ष – कृष्ण
तिथि – षष्ठी 23 अक्टूबर रात्रि 01:28 तक तत्पश्चात सप्तमी
नक्षत्र – आर्द्रा 23 अक्टूबर प्रातः 05:38 तक तत्पश्चात पुनर्वसु
योग -परिघ सुबह 08:46 तक तत्पश्चात शिव
राहुकाल – शाम 03:16 से शाम 04:42 तक
सूर्योदय -05:48
सूर्यास्त- 05:57
दिशाशूल – उत्तर दिशा में
व्रत पर्व विवरण –
विशेष – षष्ठी को नीम की पत्ती, फल या दातुन मुँह में डालने से नीच योनियों की प्राप्ति होती है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
दीपावली मे घर की सफाई मे इसे भूलकर भी नही निकाले आती है दरिद्रता। इस दिन इस कोने की सफाई जरूर करे बढती है समृद्धि।
राहुदेवता का मंत्र है ..
ॐ राहवे नम: । ॐ राहवे नम: ।।
अर्धकाय महावीर्यं, चंद्रादित्य विमर्दनं।
सिंहिका गर्भसंभूतं ,तं राहूं प्रणमाम्यहं ।।
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