दिनांक – 01 नवम्बर 2024
दिन – शुक्रवार
विक्रम संवत – 2081
शक संवत -1946
अयन – दक्षिणायन
ऋतु – हेमंत ॠतु
मास – कार्तिक
पक्ष – कृष्ण
तिथि – अमावस्या शाम 06:16 तक तत्पश्चात प्रतिपदा
नक्षत्र – स्वाती 02 नवम्बर रात्रि 03:31 तक तत्पश्चात विशाखा
योग – प्रीति सुबह 10:41 तक तत्पश्चात आयुष्मान
राहुकाल – सुबह 10:57 से दोपहर 12:22 तक
सूर्योदय 05:52
सूर्यास्त – 05:50
दिशाशूल – पश्चिम दिशा में
व्रत पर्व विवरण – दर्श अमावस्या,कार्तिक अमावस्या,दीपावली
विशेष – अमावस्या व व्रत के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)
अन्नकूट दिवस / गोवर्धन-पूजा
02 नवम्बर 2024 शनिवार को अन्नकूट दिवस एवं गोवर्धन-पूजा है।
धर्मसिन्धु आदि शास्त्रों के अनुसार गोवर्धन-पूजा के दिन गायों को सजाकर, उनकी पूजा करके उन्हें भोज्य पदार्थ आदि अर्पित करने का विधान है। इस दिन गौओ को सजाकर उनकी पूजा करके यह मंत्र करना चाहिये, गौ-पूजन का मंत्र –
- लक्ष्मीर्या लोकपालानां धेनुरूपेण संस्थिता।
- घृतं वहति यज्ञार्थ मम पापं त्यपोहतु ॥
धेनु रूप में स्थित जो लोकपालों की साक्षात लक्ष्मी है तथा जो यज्ञ के लिए घी देती है, वह गौ माता मेरे पापों का नाश करें। रात्रि को गरीबों को यथा सम्भव अन्न दान करना चाहिये।
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