Iran–Israel War:
नई दिल्ली, एजेंसियां। ईरान-इजरायल के बीच बढ़ते तनाव ने मिडिल ईस्ट में एक बार फिर भू-राजनीतिक खतरे को जन्म दिया है। नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने हाल ही में इजरायली हमलों की कड़ी निंदा करते हुए इसे मानवता के खिलाफ अपराध करार दिया है और अमेरिका पर क्षेत्रीय युद्ध भड़काने का आरोप लगाया है। प्योंगयांग के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि इजरायल द्वारा ईरान के नागरिक, परमाणु और ऊर्जा ठिकानों पर हमले “माफ न करने वाले” अपराध हैं, जो पूरे क्षेत्र को व्यापक युद्ध की ओर धकेल रहे हैं।
Iran–Israel War: नॉर्थ कोरिया ने अमेरिका और पश्चिमी देशों को क्या कहा
नॉर्थ कोरिया ने अमेरिका और पश्चिमी देशों को भी इस अपराध में भागीदार बताया और कहा कि ये देश मिडिल ईस्ट की शांति के लिए कैंसर साबित हो रहे हैं। इसी बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के खिलाफ अपने धैर्य समाप्त होने का ऐलान किया है, जो स्थिति को और नाजुक बना रहा है। ट्रंप ने अपने सहयोगियों को बताया कि उन्होंने ईरान पर हमले की योजना तो मंजूर की है, लेकिन परमाणु कार्यक्रम छोड़ने की शर्त पर इसे फिलहाल रोक रखा गया है। इस पर किम जोंग उन ने चेतावनी दी कि अमेरिका की ये कार्रवाइयां मध्य पूर्व को विनाश की ओर ले जा रही हैं।
Iran–Israel War: वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के मुताबिक
वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप-नेतन्याहू के बीच इस मसले पर कूटनीतिक तनाव बढ़ा हुआ है, जिससे वैश्विक सुरक्षा को गंभीर खतरा पैदा हो सकता है। इस विवाद के बीच अंतरराष्ट्रीय समुदाय भी अमेरिका और उसके पश्चिमी सहयोगियों की नीतियों पर निगाह बनाए हुए है, जबकि ईरान अपनी संप्रभुता और आत्मरक्षा के अधिकार के लिए संघर्ष कर रहा है। इस पूरे परिदृश्य ने मिडिल ईस्ट को एक बार फिर से अस्थिरता के जाल में फंसा दिया है।
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