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नई दिल्ली, एजेंसियां। सप्ताह के पहले कारोबारी दिन सोमवार को भारतीय शेयर बाजार गिरावट के साथ खुला। शुरुआती कारोबार में बीएसई सेंसेक्स 261.39 अंक गिरकर 83,677.32 पर और एनएसई निफ्टी 62.9 अंक टूटकर 25,659.20 पर पहुंच गया। वैश्विक अनिश्चितताओं, कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों और विदेशी पूंजी के निरंतर बहिर्वाह के कारण बाजार पर दबाव बना रहा। वहीं, रुपया भी शुरुआती कारोबार में 7 पैसे गिरकर 88.77 रुपये प्रति डॉलर पर आ गया।
सेंसेक्स की कंपनियों में मारुति, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, टाइटन, बजाज फाइनेंस और बजाज फिनसर्व जैसे दिग्गज शेयरों में गिरावट देखी गई, जबकि महिंद्रा एंड महिंद्रा और भारतीय स्टेट बैंक के शेयरों में हल्की बढ़त दर्ज की गई। शुक्रवार को सेंसेक्स 465.75 अंक या 0.55 प्रतिशत गिरकर 83,938.71 पर और निफ्टी 155.75 अंक या 0.60 प्रतिशत गिरकर 25,722.10 पर बंद हुआ था।
मुनाफावसूली और एफआईआई की बिकवाली से बाजार पर दबाव
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी.के. विजयकुमार ने कहा कि अक्टूबर में सेंसेक्स और निफ्टी की मजबूत बढ़त के बावजूद बाजार नए रिकॉर्ड स्तर तक नहीं पहुंच पाया। मुनाफावसूली और विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की बिकवाली ने बाजार की रफ्तार को रोका। उन्होंने बताया कि एफआईआई फिलहाल अन्य बाजारों में मुनाफे के अवसर तलाश रहे हैं और जब तक कॉर्पोरेट आय में मजबूती के संकेत नहीं मिलते, तब तक यही रुझान जारी रह सकता है।
वैश्विक संकेत और तेल की कीमतें
एशियाई बाजारों में दक्षिण कोरिया का कोस्पी, शंघाई का एसएसई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंग सेंग सूचकांक बढ़त में कारोबार कर रहे थे। वहीं, वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.45 प्रतिशत चढ़कर 65.06 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गया। शुक्रवार को विदेशी संस्थागत निवेशकों ने 6,769.34 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जबकि घरेलू निवेशकों ने 7,068.44 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
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