HBD Financial IPO:
नई दिल्ली,एजेंसियां। HBD Financial Services, जो HDFC बैंक की एक सहायक कंपनी है, 25 जून को अपना इनिशियल पब्लिक ऑफर (IPO) लॉन्च करने जा रही है। यह IPO 27 जून तक खुला रहेगा। इस इश्यू में कुल ₹12,500 करोड़ जुटाए जाएंगे, जिसमें ₹2,500 करोड़ का फ्रेश इश्यू और ₹10,000 करोड़ का ऑफर फॉर सेल (OFS) शामिल है। OFS के तहत HDFC बैंक अपनी हिस्सेदारी घटाएगा।
HBD Financial IPO:49,336 शुरुआती निवेशकों को 38% से 48% तक नुकसान
इस आईपीओ की सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इसके कारण करीब 49,336 शुरुआती निवेशकों को 38% से 48% तक नुकसान हो सकता है। दरअसल, HBD के अनलिस्टेड मार्केट में इन निवेशकों ने 1,200 से 1,350 रुपये प्रति शेयर की दर से हिस्सेदारी खरीदी थी। अब कंपनी ने अपने IPO का प्राइस बैंड 700–740 रुपये प्रति शेयर तय किया है। इससे निवेशकों को करोड़ों रुपये के नुकसान का अंदेशा है।
उदाहरण के तौर पर, यदि किसी निवेशक ने 1,250 रुपये की दर से 1 करोड़ शेयर खरीदे थे, तो कुल निवेश ₹1,250 करोड़ बैठता है। अब अगर लिस्टिंग 740 रुपये पर होती है, तो यह वैल्यू घटकर ₹740 करोड़ रह जाएगी, जिससे ₹510 करोड़ का सीधा नुकसान होगा। इस लिस्टिंग की एक अहम वजह RBI की 2022 की गाइडलाइन है, जिसमें कहा गया था कि “अपर लेयर” में आने वाले NBFCs को सितंबर 2025 तक शेयर बाजार में लिस्ट होना अनिवार्य है।
हालांकि, HDFC बैंक को इस IPO से बड़ा लाभ होगा क्योंकि उसने पहले 46.4 रुपये प्रति शेयर की दर से HBD के शेयर खरीदे थे। यदि शेयर 740 रुपये पर लिस्ट होता है, तो बैंक को लगभग ₹9,373 करोड़ का प्री-टैक्स मुनाफा होगा।
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