CM Yogi :
लखनऊ, एजेंसियां। उत्तर प्रदेश के 24 जिलों में बुधवार रात से गुरुवार सुबह तक तेज बारिश, ओलावृष्टि और आकाशीय बिजली गिरने से भारी तबाही मची। राज्य आपदा राहत विभाग के अनुसार इन घटनाओं में अब तक 56 लोगों की मौत हो चुकी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, सबसे अधिक 6 मौतें फतेहपुर जिले से सामने आई हैं। इसके अलावा कासगंज में 5, मेरठ, कानपुर नगर, बुलंदशहर, एटा और औरैया में 4-4, गौतम बुद्ध नगर और कन्नौज में 3-3, गाजियाबाद, फिरोजाबाद, कानपुर देहात और इटावा में 2-2 तथा अलीगढ़, हाथरस, चित्रकूट, अम्बेडकर नगर, अमेठी, झांसी, आगरा, उन्नाव, बागपत, आजमगढ़ और अयोध्या में 1-1 व्यक्ति की मौत की पुष्टि हुई है।
CM Yogi : पश्चिमी उत्तर प्रदेश सबसे ज्यादा प्रभावित
इस प्राकृतिक आपदा से सबसे ज्यादा असर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों पर पड़ा है। इन जिलों में बिजली आपूर्ति बाधित हुई है और खेतों में फसलों को भारी नुकसान हुआ है। कई क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति बनी हुई है।
CM Yogi : मुख्यमंत्री ने दिए तत्काल राहत कार्यों के निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी प्रभावित जिलों में त्वरित राहत कार्य सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि संबंधित अधिकारी मौके पर जाकर जनहानि और संपत्ति की क्षति का सर्वेक्षण करें और राहत कार्यों पर निगरानी बनाए रखें। सरकारी प्रवक्ता के अनुसार, लखनऊ से वरिष्ठ अधिकारी प्रभावित जिलों का दौरा कर स्थिति का जायजा लेंगे और राहत कार्यों की निगरानी करेंगे। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि जिन परिवारों में जनहानि या मवेशियों की मृत्यु हुई है, उन्हें तुरंत राहत राशि वितरित की जाए और घायलों को समुचित उपचार उपलब्ध कराया जाए। इसके अलावा, फसल नुकसान का आकलन कर उसकी रिपोर्ट राज्य सरकार को भेजने के निर्देश दिए गए हैं ताकि आगे की कार्यवाही की जा सके। उन्होंने जलभराव वाले क्षेत्रों में पानी निकासी की व्यवस्था को प्राथमिकता पर करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए हैं।
CM Yogi : सरकारी अमला सक्रिय, राहत कार्य जारी
राज्य सरकार के निर्देशों के अनुसार राहत और बचाव कार्य तेज़ी से जारी हैं। स्थानीय प्रशासन, आपदा प्रबंधन विभाग और स्वास्थ्य विभाग मिलकर प्रभावित लोगों को मदद पहुंचाने का कार्य कर रहे हैं।
इसे भी पढ़ें
Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश के बौद्ध तीर्थ सारनाथ में बनेगा 104 करोड़ की लगात से एलिवेटेड रोड