Chandra Dosh:
नई दिल्ली, एजेंसियां। अगर आपकी कुंडली में चंद्र दोष है और आप मानसिक तनाव, अनिद्रा, बेचैनी, भ्रम और नकारात्मकता का सामना कर रहे हैं, तो वैदिक ज्योतिष में इसके समाधान के तौर पर कुछ विशेष मंदिरों के दर्शन का महत्व बताया गया है। चंद्रमा मन, माता और भावनाओं का कारक ग्रह है, और जब यह राहु, केतु या शनि के प्रभाव में आता है तो चंद्र दोष उत्पन्न करता है, जिससे जीवन में मानसिक और भावनात्मक परेशानियां आने लगती हैं। ऐसे में भगवान शिव की पूजा को सबसे कारगर उपाय माना गया है, खासकर सोमवार के दिन शिवलिंग पर दूध चढ़ाना, व्रत रखना और ब्राह्मण को सफेद वस्तुएं दान करना लाभकारी होता है।
Chandra Dosh: भारत में कुछ विशेष मंदिर
भारत में कुछ विशेष मंदिरों के बारे में मान्यता है कि वहां दर्शन मात्र से ही चंद्र दोष का प्रभाव कम हो जाता है। इन मंदिरों में प्रमुख है सोमनाथ ज्योतिर्लिंग (गुजरात), जहां स्वयं चंद्र देव ने अपने श्राप से मुक्ति के लिए तपस्या की थी। इसी तरह उत्तराखंड के चंद्रेश्वर महादेव मंदिर में चंद्रमा ने 10 हजार वर्षों तक तप कर दक्ष प्रजापति के श्राप से मुक्ति पाई थी। कर्नाटक के उडुपी स्थित चंद्रमौलेश्वर मंदिर भी अत्यंत पवित्र माना जाता है, जहां चंद्र पुष्करिणी के किनारे चंद्र देव ने शिव की आराधना कर श्रापमुक्ति पाई थी।
इसके अलावा तमिलनाडु के थिंगलूर स्थित कैलासंथर मंदिर को नवग्रह चंद्र मंदिर कहा जाता है, जहां शिव के साथ चंद्र देव की पूजा होती है। वृंदावन स्थित चंद्रोदय मंदिर के विषय में भी मान्यता है कि इसके दर्शन से चंद्र दोष शांति पाता है। इन तीर्थ स्थलों पर श्रद्धापूर्वक दर्शन और पूजन करने से चंद्रमा मजबूत होता है और जीवन में मानसिक संतुलन, शांति व सकारात्मकता लौटती है।
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