Ceasefire:
नई दिल्ली, एजेंसियां। पाकिस्तान के डिप्टी पीएम और विदेश मंत्री इशाक डार ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर को लेकर बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने स्वीकार किया कि भारत ने पाकिस्तान के नूर खान और शोरकोट एयरबेस पर सटीक हमले किए थे, जिससे दोनों एयरबेस को नुकसान पहुंचा।
उन्होंने बताया कि 6-7 मई की रात, जब पाकिस्तान जवाबी हमले की तैयारी कर रहा था, तब भारत ने पुनः एयर स्ट्राइक की। इसके बाद तनाव बढ़ा और पाकिस्तान ने सऊदी अरब से मदद मांगी। इशाक डार ने कहा कि सऊदी अरब के प्रिंस फैसल ने उन्हें फोन किया और भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर से बातचीत कराने की पेशकश की।
Ceasefire: सऊदी प्रिंस ने कहा
सऊदी प्रिंस ने कहा कि अगर पाकिस्तान रुकने को तैयार है तो भारत भी रुक सकता है। पाकिस्तान ने सऊदी के प्रस्ताव को स्वीकार किया और सऊदी अरब ने भारत से सीजफायर पर बातचीत की। यह पहली बार है जब पाकिस्तान ने अमेरिका की मध्यस्थता की भूमिका को नकारा है और साफ किया कि सऊदी अरब ने भारत-पाक के बीच बढ़ते तनाव को कम करने में अहम भूमिका निभाई।
Ceasefire: क्या है मामला ?
22 अप्रैल के पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर और पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हमले किए थे, जिसमें 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए। इस घटना के बाद दोनों देशों के बीच तनाव काफी बढ़ गया था। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कई बार दोनों देशों के बीच सीजफायर का दावा करते रहे, जबकि भारत ने इसे नकारा। अब पाकिस्तान के इस कबूलनामे से यह स्पष्ट हो गया है कि सऊदी अरब ने क्षेत्रीय शांति के लिए मध्यस्थता की पहल की थी।
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