Anurag Kashyap:
मुंबई, एजेंसियां। फिल्ममेकर अनुराग कश्यप ने फिल्म “फुले” पर मचे विवाद पर प्रतिक्रिया दी है। यह फिल्म प्रतीक गांधी के साथ ज्योतिबा फुले और सावित्री बाई फुले की जिंदगी पर आधारित है, जो 11 अप्रैल को रिलीज होने वाली थी, लेकिन अब तक यह फिल्म रिलीज नहीं हो पाई है।
Anurag Kashyap: अनुराग ने सोशल मीडिया में उठाया सवाल
अनुराग कश्यप ने इस विवाद पर अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में सेंसर बोर्ड और कास्ट सिस्टम को लेकर सवाल उठाए। उन्होंने लिखा, “सेंसर बोर्ड ने कहा था कि मोदी जी ने इंडिया में कास्ट सिस्टम खत्म कर दिया है, तो फिर क्यों ब्राह्मण समुदाय को फिल्म से परेशानी हो रही है?” कश्यप ने आगे कहा, “अगर कास्ट सिस्टम नहीं है, तो फिर ज्योतिबा फुले और सावित्री बाई फुले को क्यों संघर्ष करना पड़ा?”
उन्होंने सेंसर बोर्ड पर तंज करते हुए कहा, “अगर कास्ट सिस्टम नहीं है, तो ब्राह्मण कौन है? यह लोग मिलकर तय करें कि भारत में कास्ट सिस्टम है या नहीं। लोग बेवकूफ नहीं हैं। आप लोग तय करें कि क्या हो रहा है।”
Anurag Kashyap: अनुराग ने आगे लिखा
अनुराग ने आगे लिखा, “कास्ट, नस्ल और क्षेत्रवाद से जुड़ी कई फिल्में हैं जिन्हें रोका गया है। ये लोग अपनी असलियत को आईने में देखना नहीं चाहते।” उन्होंने यह भी कहा कि उनका पहला नाटक ज्योतिबा और सावित्री बाई फुले पर था, और सवाल किया कि अगर कास्ट सिस्टम नहीं होता तो इन महान नेताओं को क्या संघर्ष करने की आवश्यकता होती?
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