भारत-चीन के बीच डायरेक्ट फ्लाइट भी चालू होंगी
नई दिल्ली, एजेंसियां। इस साल गर्मी के मौसम से कैलाश मानसरोवर यात्रा फिर से शुरू हो जाएगी। इसके साथ भारत-चीन के बीच डायरेक्ट फ्लाइट्स सर्विस भी शुरू होगी। हालांकि अभी इसकी डेट नहीं आई है। यह जानकारी विदेश मंत्रालय ने एक बयान में दी। इसमें बताया गया कि यह फैसले बीजिंग में भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्त्री और चीनी मंत्री वांग यी के बीच दो दिन की बैठक के बाद लिए गए।
फ्लाइट सर्विस और यात्रा 2020 से बंद थी:
कैलाश मानसरोवर यात्रा और दोनों देशों के बीच फ्लाइट सर्विस 2020 से बंद थी। इसकी वजह 2020 में दोनों के बीच खराब रिश्ते और कोविड की लहर थी। भारत-चीन के बीच जून 2020 में डोकलाम विवाद हुआ था और मार्च में कोविड की पहली लहर आई थी।
कैलाश मानसरोवर का ज्यादातर एरिया तिब्बत में:
कैलाश मानसरोवर का ज्यादातर एरिया तिब्बत में है। तिब्बत पर चीन अपना अधिकार बताता है। कैलाश पर्वत श्रेणी कश्मीर से भूटान तक फैली हुई है। इस इलाके में ल्हा चू और झोंग चू नाम की दो जगहों के बीच एक पहाड़ है। यहीं पर इस पहाड़ के दो जुड़े हुए शिखर हैं। इसमें से उत्तरी शिखर को कैलाश के नाम से जाना जाता है।
यात्रा के लिए चीन का वीजा जरूरी है:
भारत से कैलाश मानसरोवर जाने के दो रास्ते हैं, जबकि कुछ लोग नेपाल के रास्ते भी यहां जाते हैं। पिछले साल नेपाल से होकर कैलाश मानसरोवर जाने वाले 50 हजार यात्रियों को चीन ने इजाजत नहीं दी थी। किसी भी रास्ते से कैलाश मानसरोवर जाने के लिए भारतीयों के पास चीन का वीजा होना जरूरी है।
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