महाराष्ट्र, एजेंसियां। नागपुर हिंसा मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। FIR के मुताबिक, माइनॉरिटी डेमोक्रेटिक पार्टी (MDP) के नेता फहीम शमीम खान ने 50 से 60 लोगों की भीड़ को एकत्र कर पुलिस थाने के बाहर औरंगजेब की कब्र का विरोध करने वालों के खिलाफ नारेबाजी शुरू की थी।
इसके बाद, वह दंगा भड़काने के उद्देश्य से शाम को 400 से 500 लोगों को इकट्ठा कर छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा के पास भड़काऊ नारेबाजी करने लगे। इस दौरान उन्होंने पुलिस के खिलाफ नाराजगी फैलाने और हिंसा की योजना बनाई।
पुलिस पर पत्थरों और हथियारों से हमला
इस दौरान, फहीम खान के नेतृत्व में भीड़ ने पुलिस पर पत्थरों और हथियारों से हमला किया। साथ ही, अंधेरे का फायदा उठाकर महिला पुलिसकर्मियों से छेड़छाड़ की गई। गृह विभाग के सूत्रों के अनुसार, पथराव का पैटर्न ‘कश्मीर स्टोन पेल्टिंग’ जैसा था, जिसे देखकर पुलिस ने कड़ी कार्रवाई शुरू की।
पुलिस पर हमला बर्दाश्त नहीं
महाराष्ट्र सरकार के मंत्री योगेश कदम ने सख्त लहजे में कहा कि पुलिस पर हमला बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और महिला पुलिसकर्मियों से अभद्रता करने वाले आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस हिंसा के मास्टरमाइंड फहीम शमीम खान को गिरफ्तार कर लिया गया है। वह घटना के बाद से फरार था और अब उसे 21 मार्च तक पुलिस की हिरासत में रखा जाएगा।
पुलिस ने इस मामले में अन्य दंगाइयों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की है, ताकि शहर में शांति बनाए रखी जा सके।
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