महाराष्ट्र,एजेंसियां। महाराष्ट्र के नागपुर में हुई हिंसा का असर छठे दिन (22 मार्च) भी जारी है। हालात पर नियंत्रण बनाए रखने के लिए शहर के नौ थाना क्षेत्रों में अब भी कर्फ्यू लागू है। हिंसा के बाद पुलिस ने अब तक 105 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें 10 नाबालिग भी शामिल हैं।
हिंसा के बाद कर्फ्यू बरकरार
17 मार्च को भड़की हिंसा के बाद प्रशासन ने एहतियातन 11 थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लागू किया था। हालांकि, 20 मार्च को नागपुर पुलिस कमिश्नर ने दो थाना क्षेत्रों से कर्फ्यू हटा लिया, लेकिन शेष नौ इलाकों- गणेशपेठ, कोतवाली, तहसील, लकड़गंज, पचपावली, शांतिनगर, सक्करदरा, इमामवाड़ा और यशोधरानगर में अब भी कर्फ्यू लागू है। संचार प्रतिबंधों और कर्फ्यू के चलते इन इलाकों में जनजीवन प्रभावित हुआ है।
अब तक 105 गिरफ्तार, भड़काऊ बयान पर कार्रवाई
नागपुर हिंसा मामले में पुलिस ने 10 अलग-अलग केस दर्ज किए हैं और 105 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें से 49 आरोपी न्यायिक हिरासत में भेजे गए हैं, 10 को किशोर सुधार गृह में और 21 को पुलिस हिरासत में रखा गया है।
इस बीच, नागपुर पुलिस ने माइनॉरिटी डेमोक्रेटिक पार्टी के कार्याध्यक्ष हमीद इंजीनियर को भी गिरफ्तार किया है। पुलिस की जांच में सामने आया कि उन्होंने सोशल मीडिया और यूट्यूब चैनल के जरिए भड़काऊ बयान दिए थे, जिससे हिंसा भड़की।
उन पर सोशल मीडिया के जरिए अशांति फैलाने, मुजाहिदीन के लिए चंदा मांगने और गाजा सहायता के नाम पर फंड जुटाने के आरोप लगे हैं।
मुख्यमंत्री फडणवीस ने की समीक्षा बैठक
हिंसा की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की और कानून-व्यवस्था की समीक्षा की। प्रशासन शांति बनाए रखने के लिए हरसंभव कदम उठा रहा है, वहीं पुलिस सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत कर रही है ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।
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