Bareilly violence case:
बरेली, एजेंसियां। उत्तर प्रदेश के बरेली में जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसक झड़प के मामले में पुलिस लगातार सख्त कार्रवाई कर रही है। इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा की गिरफ्तारी के बाद अब उनके दो करीबी सहयोगी भी कानून के शिकंजे में आ गए हैं। पुलिस ने मौलाना रजा के खास माने जाने वाले नदीम को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, उनका एक अन्य सहयोगी और पूर्व प्रवक्ता नफीस पहले ही हिरासत में लिया जा चुका है। नफीस का एक पुराना भड़काऊ बयान, जिसमें उसने पुलिस के हाथ काटने की बात कही थी, इन दिनों फिर से चर्चा में है।
सुरक्षा व्यवस्था कड़ी
अधिकारियों के मुताबिक, शनिवार को मौलाना तौकीर रजा और सात अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद बरेली समेत आसपास के जिलों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। रामपुर, पीलीभीत, शाहजहांपुर, मुरादाबाद, बदायूं, संभल, बिजनौर, अमरोहा और फतेहगढ़ में पुलिस और प्रशासन ने अतिरिक्त सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है, क्योंकि इन इलाकों में रजा के समर्थकों की संख्या अधिक है।
अधिकारी कर रहे हैं कैंप
कानून-व्यवस्था पर नज़र रखने के लिए एडीजी रमित शर्मा, मंडलायुक्त भूपेंद्र एस. चौधरी, डीआईजी अजय साहनी, डीएम अविनाश सिंह और एसएसपी अनुराग आर्य सहित वरिष्ठ अधिकारियों ने अति संवेदनशील इलाकों का दौरा किया। पुलिस की विशेष टीम झड़प में शामिल दंगाइयों की पहचान कर रही है और उनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है। शनिवार रात एसपी (सिटी) मानुष पारीक ने पथराव और गोलीबारी में शामिल लोगों के खिलाफ विशेष अभियान का नेतृत्व किया।
योगी सरकार की सख्त चेतावनी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट कहा है कि “आस्था के नाम पर हिंसा भड़काने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।”
इसी के तहत मौलाना तौकीर रजा और अन्य आरोपियों को शनिवार को अदालत में पेश कर 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। रजा को फतेहगढ़ सेंट्रल जेल शिफ्ट किया गया है।
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