इससे कम्युनिकेशन इंफ्रास्ट्रक्चर और इंप्रूव होगा और हवाई यात्रा में इंटरनेट का इस्तेमाल कर सकेंगे
फ्लोरिडा, एजेंसियां। एलन मस्क की स्पेसएक्स कंपनी ने 18 नवंबर की आधी रात फाल्कन 9 रॉकेट से भारत के जीसैट-एन2 कम्युनिकेशन सैटेलाइट को लॉन्च किया।
4700 किलो वजनी सैटेलाइट 14 साल के मिशन के लिए बनाया गया है। इसे जियो स्टेशनरी ट्रांसफर ऑर्बिट से स्थापित किया गया है।
यह सैटेलाइट हाई स्पीड ब्रॉडबैंड इंटरनेट कनेक्टिविटी और डिजिटल वीडियो-ऑडियो ट्रांसमिशन उपलब्ध कराएगा। GSAT-N2 को इस तरह से डिजाइन किया गया है, जिससे हवाई जहाज में उड़ान में दौरान मोबाइल इंटरनेट की सुविधा मिल सकेगी।
पहली बार इसरो ने ली अमेरिकी कारोबारी की मददः
यह पहला मौका है जब भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने पहली बार किसी अमेरिकी कारोबारी की कंपनी की मदद से अपना कम्युनिकेशन सैटेलाइट अंतरिक्ष में भेजा है।
गौतरलब है कि GSAT-N2, 1990 के बाद से अमेरिकी प्रक्षेपण यान से अंतरिक्ष में भेजा जाने वाला पहला ISRO अंतरिक्ष यान है, इससे पहले INSAT-1D प्रक्षेपित किया गया था।
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