CBI को 10 दिन की रिमांड मिली
रांची के अवधेश ने दिया था ब्लैंक चेक
रांची। NEET पेपर लीक मामले में CBI ने गुरुवार को रॉकी उर्फ राकेश को गिरफ्तार किया।
CBI के सूत्रों के मुताबिक, रॉकी ने ही नीट का पेपर लीक होने के बाद उसे हल कराकर एक आरोपी चिंटू के मोबाइल पर भेजा था।
केंद्रीय जांच एजेंसी ने आज ही उसे कोर्ट में पेश कर 10 दिन का रिमांड हासिल कर ली है। इसकी गिरफ्तारी कहां से कब हुई, इसकी जानकारी सीबीआई ने अब तक नहीं दी है।
पेपर लीक के बाद से फरार था रॉकी
पेपर लीक का मामला सामने आने के बाद से ही रॉकी फरार चल रहा था। इसकी तलाश पहले पटना पुलिस, फिर आर्थिक अपराध इकाई और बाद में CBI कर रही थी।
रॉकी नालंदा जिले के हिलसा के गजेंद्रबीघा गांव का रहने वाला है। उसका असली नाम राकेश है। पिछले कुछ सालों से वह झारखंड की राजधानी रांची में रहकर रेस्टोरेंट चलाता है।
रॉकी मास्टरमाइंड संजीव मुखिया का है खास
बिहार में पेपर लीक का मुख्य सरगना संजीव मुखिया है। यह नालंदा जिले के नगरनौसा का रहने वाला और मामला सामने आने के बाद से ही फरार है।
माना जाता है कि गिरफ्तार रॉकी फरार संजीव मुखिया का बेहद खास है। इसके पकड़े जाने से जांच एजेंसी को फरार संजीव मुखिया के बारे में भी ठोस क्लू मिलने की संभावना बढ़ गई है।
वैसे मुखिया की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी चल रही है। दो दिन पहले भी इस मामले में CBI की टीम ने दो लोगों को गिरफ्तार किया था।
इसमें गया के रंजीत कुमार और नालंदा का सन्नी कुमार शामिल है। बुधवार को दोनों को कोर्ट में पेश किया गया था। वहां से 6 दिनों की रिमांड पर दोनों को पूछताछ के लिए CBI के हवाले कर दिया गया था।
CBI ने 4 आरोपियों से पूछताछ की
CBI की टीम ने पिछले दिनों 4 मुख्य आरोपियों चिंटू, मुकेश, मनीष और आशुतोष को 7 दिनों की रिमांड पर लेकर पूछताछ की।
बताया जा रहा है कि रॉकी ने ही नीट का पेपर लीक होने के बाद उसे हल कराकर चिंटू के मोबाइल पर भेजा था।
अवधेश ने सिकंदर को दिए थे दो ब्लैंक चेक
जांच में खुलासा हुआ है कि रांची के कांके अरसंडे के रहने वाले अवधेश कुमार ने अपने बेटे अभिषेक के लिए सिकंदर को दो ब्लैंक चेक दिए थे।
अवधेश सिकंदर से 2023 की नीट परीक्षा के दौरान ही बेटे को एडमिशन कराना चाहता था।
पुराने संपर्क होने की वजह से सिकंदर ने 30 लाख में सौदा फाइनल किया था। तब अवधेश ने दो ब्लैंक चेक सिकंदर को दिए थे।
लेकिन अभिषेक 2023 की नीट परीक्षा में फेल हो गया। जिसके बाद वहीं पैसा 2024 की परीक्षा के लिए ट्रांसफर हो गए।
नीट पेपर में झारखंड का कनेक्शन
नीट पेपर लीक मामले में झारखंड का बड़ा कनेक्शन सामने आ चुका है। इस मामले में सीबीआई की टीम हजारीबाग में बड़े पैमाने पर जांच कर चुकी है।
जहां जांच एजेंसी ने परीक्षा केंद्र ओएसिस स्कूल, ब्लू डार्ट कूरियर का ऑफिस और एसबीआई की जांच की थी।
इस दौरान तीन दिनों तक टीम ने लगातार जांच और पूछताछ की थी। इस पूछताछ के बाद ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल एहसान उल हक, वाइस प्रिंसिपल इम्तियाज और पत्रकार जमालुद्दीन को गिरफ्तार किया। ये वो लोग हैं, जिन्हें सीबीआई पेपर लीक का सीधा कनेक्शन मान रही है।
इसे भी पढ़ें