Most wanted Mayank: रेड कॉर्नर नोटिस हुआ था जारी
रांची। कुख्यात अपराधी मयंक सिंह उर्फ सुनील सिंह मीणा को अजरबैजान गणराज्य 22 अगस्त को भारतीय अधिकारियों को सौंपेगा। इसके बाद 23 अगस्त को उसे अजरबैजान से प्रत्यर्पित कर भारत लाया जाएगा।
एटीएस झारखंड ने बताया कि मयंक सिंह के विरुद्ध रामगढ़, पतरातू (भदानीनगर) में दर्ज (कांड सं0-175/22) केस में साक्ष्य के आधार पर कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल करते हुए उसके विरुद्ध रेड कॉर्नर नोटिस जारी कराया गया था।
रेड कॉर्नर नोटिस के आधार पर 29 अक्टूबर 2024 को मयंक सिंह को अजरबैजान पुलिस ने हिरासत में लिया था। जिसके बाद अजरबैजान द्वारा एक्ट्राडिशन डोजियर की मांग की गई थी।
अजरबैजान बाकू अपराध न्यायालय में चला मुकदमाः
झारखंड एटीएस ने गृह मंत्रालय के माध्यम से एक्ट्राडिशन डोजियर अजरबैजान को उपलब्ध कराया था। जिसके बाद उसके विरूद्ध अजरबैजान बाकू अपराध न्यायालय में मुकदमा चलाया गया। 27 जनवरी 2025 को अजरबैजान बाकू अपराध न्यायालय ने मयंक सिंह को भारत को प्रत्यर्पण के लिए अनुमति दी।
इसकी जानकारी मिलने के बाद अप्रत्यर्पण संबंधी सभी आवश्यक कार्रवाई पूरी की गई। मयंक सिंह के विरुद्ध रंगदारी, लेवी, आर्म्स एक्ट, हत्या के प्रयास सहित कई धाराओं में 50 से अधिक मामले दर्ज हैं। झारखंड पुलिस लंबे समय से उसकी तलाश में थी।
फेसबुक पोस्ट पर बताया था खुद को आजादः
बीते साल 29 अक्टूबर 2024 को मयंक की गिरफ्तारी की बात सामने आई थी। तब उसने फेसबुक पर पोस्ट डाल कर खुद को आजाद बताया था। उसमें उसने अपने आपको आजाद बताते हुए लिखा कि पुलिस मयंक सिंह और सुनील मीणा को एक समझ रही है, जो सही नहीं है।
सुनील मीणा और मयंक सिंह एक हीः
वहीं, झारखंड पुलिस के अनुसार, सुनील मीणा ही मयंक सिंह है। वह मूल रूप से राजस्थान के अनूपगढ़ जिले के नई मंडी थाना के जीडीए पुरानी मंडी घड़ासान का रहने वाला है। उसके राजस्थान स्थित घर पर भी जाकर झारखंड पुलिस ने इश्तेहार चिपकाया है।
इसे भी पढ़ें