CBSE Board Exams 2026:
नई दिल्ली, एजेंसियां। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 2025-26 शैक्षणिक सत्र की 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं के लिए List of Candidates (LOC) सबमिशन पर महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी किए हैं। बोर्ड ने सभी संबद्ध स्कूलों को डेटा एंट्री और विषय चयन में विशेष सावधानी बरतने की अपील की है। CBSE का कहना है कि छोटी-सी गलती भी छात्रों की परीक्षा और रिजल्ट को प्रभावित कर सकती है।
सही जानकारी दर्ज करना अनिवार्य
CBSE ने स्पष्ट किया है कि छात्रों और अभिभावकों के नाम की स्पेलिंग स्कूल के एडमिशन व विदड्रॉल रजिस्टर से मेल खानी चाहिए। साथ ही जन्मतिथि भी रिकॉर्ड के अनुसार सही-सही दर्ज होनी चाहिए। विषय चयन (Subject Combination) केवल CBSE की स्टडी स्कीम और निर्धारित कोड्स के हिसाब से ही होना चाहिए। बोर्ड ने चेतावनी दी है कि हिंदी, उर्दू, गणित (स्टैंडर्ड/बेसिक) और वैकल्पिक विषयों में अक्सर त्रुटियां पाई जाती हैं, जिससे आगे छात्रों की पढ़ाई और योग्यता पर असर पड़ सकता है।
सुधार की सुविधा और वेरिफिकेशन ड्राइव
CBSE ने कहा है कि यदि परीक्षा शुल्क जमा हो चुका है, तो LOC सबमिट करने के बाद भी स्कूलों को बिना अतिरिक्त शुल्क सुधार का मौका मिलेगा। हालांकि, जहां अतिरिक्त शुल्क लागू होगा, उसकी जिम्मेदारी छात्रों की होगी।
फाइनल सबमिशन के बाद प्रत्येक छात्र की डेटा वेरिफिकेशन स्लिप तैयार होगी, जिसे स्कूलों को दोबारा जांचना होगा। इसके बावजूद अगर गलती रह जाती है, तो CBSE 13 अक्टूबर से 27 अक्टूबर तक डेटा वेरिफिकेशन ड्राइव चलाएगा। इस दौरान स्कूलों को एडमिशन और विदड्रॉल रजिस्टर जैसे दस्तावेज प्रस्तुत करने होंगे।
CBSE की अपील
बोर्ड ने साफ किया है कि अंतिम सुधार विंडो बंद होने के बाद किसी भी बदलाव की अनुमति नहीं दी जाएगी। इसलिए स्कूलों को पूरी जिम्मेदारी और सावधानी से LOC सबमिट करने की सलाह दी गई है, ताकि छात्र परीक्षा प्रक्रिया में किसी भी परेशानी का सामना न करें।
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