रांची: झारखंड सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम को ईडी ने 15 मई को गिरफ्तार किया था, उसके बाद से ही वो ईडी की रिमांड पर हैं।
ईडी उनसे लगातार पूछताछ कर जा रही है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक मंत्री जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं।
झारखंड सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम को सोमवार सुबह पांच दिनों की रिमांड अवधि खत्म होने के बाद विशेष ईडी कोर्ट में पेश किया जायेगा।
सूत्रों का कहना है कि मंत्री आलमगीर आलम जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं।
ईडी के अधिकारी पिछले 10 दिनों से मंत्री आलमगीर आलम से लगातार पूछताछ कर रहे हैं। मंत्री आलमगीर आलम के समक्ष कई दस्तावेज भी रखे गये हैं, जिससे टेंडर घोटाले में उनकी भूमिका पूरी तरह स्पष्ट हो गयी है। दस्तावेजों के आधार पर ही मंत्री से पूछताछ की जा रही है।
जानकारी के लिए आपको बताते चलें कि टेंडर घोटाले में पूछताछ के बाद 15 मई की शाम आलमगीर आलम को गिरफ्तार किया गया था।
गिरफ्तारी के बाद ईडी ने जांच में खुलासा किया था कि 6, 7 और 8 मई को छापेमारी के दौरान कुल 37.5 करोड़ रुपये मिले थे।
जिसमें से 32.20 करोड़ रुपये संजीव लाल के नौकर जहांगीर के पास से बरामद हुए थे।
इसे भी पढ़ें