नई दिल्ली, एजेंसियां। संसद के सातवें दिन की कार्यवाही शुरू हो गई है। सोमवार को सदन काफी हंगामेदार रहा।
विपक्ष के नेता राहुल गांधी के भाषण पर काफी हंगामा हुआ था। सोमवार को राहुल गांधी द्वारा दिए गये भाषण के कई हिस्सों को लोकसभा की कार्यवाही से हटा दिया गया है।
बताया जा रहा है कि इसमें उनके द्वारा हिंदुओं, PM मोदी, BJP, RSS समेत अन्य पर किए कमेंट शामिल हैं।
राहुल गांधी ने अपने संबोधन में हिंदुओं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आरएसएस को लेकर टिप्पणी की थी।
राहुल गांधी ने अपने भाषण में कहा था कि जो लोग अपने आपको हिंदू कहते हैं, वो 24 घंटे हिंसा-हिंसा, नफरत-नफरत करते हैं।
प्रधानमंत्री पर भी की थी टिप्पणी
राहुल गांधी ने दावा किया कि ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या से चुनाव लड़ने का विचार किया था, लेकिन सर्वेक्षण में उन्हें बताया गया कि अयोध्या की जनता उन्हें हरा देगी, इसलिए पीएम मोदी वाराणसी गए और वहां से बचकर निकले।’
उन्होंने कहा पीएम मोदी अयोध्या के लोगों को छोड़ो, भाजपा वालों को डराते हैं। इस पर स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि आप नीतियों पर बोलिए, किसी पर व्यक्तिगत आक्षेप लगाना सही नहीं है।
अमित शाह ने की माफी की मांग
राहुल गांधी की टिप्पणी पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि ‘शोर-शराबा करके इतने बड़े कृत्य को छिपाया नहीं जा सकता।
विपक्ष के नेता ने कहा कि जो अपने आप को हिंदू कहते हैं, वह हिंसा करते हैं। इनको शायद मालूम नहीं कि करोड़ों लोग खुद को गर्व से हिंदू कहते हैं, क्या वे सभी हिंसा करते हैं।
हिंसा की भावना को किसी धर्म से जोड़ना गलत है और उन्हें (राहुल गांधी) माफी मांगनी चाहिए।’
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