Mamata Banerjee:
कोलकाता, एजेंसियां। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और तृणमूल कांग्रेस के महासचिव अभिषेक बनर्जी ने राज्य में प्रस्तावित SIR (Special Identification Register) के खिलाफ अपना विरोध व्यक्त किया है। ममता बनर्जी ने शुक्रवार को तृणमूल छात्र परिषद की सभा को संबोधित करते हुए कहा कि जब तक वह जीवित हैं, किसी को भी राज्य के लोगों का वोटिंग अधिकार नहीं छीनने दिया जाएगा।
उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाया कि वह राज्य में भाषाई आतंक फैलाने की कोशिश कर रही है और SIR के जरिए मतदाताओं का अधिकार छीनने की योजना बना रही है। ममता ने कहा कि चुनाव आयोग और भाजपा के बीच मिलीभगत हो रही है, जिससे लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर संकट आ सकता है।
अभिषेक बनर्जी ने दिया कड़ा संदेश:
अभिषेक बनर्जी ने भी कहा कि, “क्या आप उन लोगों के खिलाफ सड़कों पर नहीं उतरेंगे जो हमारे वोटिंग अधिकार को छीनने की कोशिश कर रहे हैं?” उन्होंने यह भी कहा कि राज्य के लोग 2026 में इसका करारा जवाब देंगे।
SIR पर कांग्रेस और भाजपा का आरोप:
अभिषेक ने दावा किया कि अब सरकार मतदाताओं को चुनने की बजाय, खुद चुनने की प्रक्रिया में है। उन्होंने भाजपा और राज्यपाल पर अपराजिता विधेयक को रोकने का आरोप लगाया।
ममता का आरोप, भाजपा की नीतियां प्रवासी मजदूरों के खिलाफ:
ममता ने कहा कि भाजपा सरकार ने 22 लाख प्रवासी मजदूरों को लाने का वादा किया था, लेकिन अभी तक कोई काम नहीं हुआ। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा की नीतियों ने श्रमिक वर्ग को नुकसान पहुंचाया है, जबकि तृणमूल कांग्रेस ने लाखों लोगों को रोजगार देने का काम किया।
अपराजिता बिल पर विवाद:
अभिषेक ने अपराजिता विधेयक की आलोचना की, और कहा कि राज्यपाल द्वारा इसे रोकना लोकतंत्र के खिलाफ है। उन्होंने सीबीआई द्वारा रेप मामले की निष्क्रियता पर भी सवाल उठाए, जबकि कोलकाता पुलिस ने जल्दी कार्रवाई करते हुए दोषियों को पकड़ा था।
प्रदर्शन की चेतावनी:
अभिषेक ने यह चेतावनी भी दी कि यदि राज्य सरकार के मतदाता अधिकारों के खिलाफ किसी भी तरह की कार्रवाई की जाती है, तो तृणमूल कांग्रेस इसका विरोध सड़कों पर करेगी।
इसे भी पढ़ें
Mamta Banerjee: ममता बनर्जी ने SIR के जरिये NRC लागू करने का लगाया आरोप, कहा- ‘कोई फॉर्म न भरें’