नई दिल्ली, एजेंसियां। शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) में बड़े बदलावों की घोषणा की है। अब एनटीए का कार्यक्षेत्र केवल उच्च शिक्षा संस्थानों, विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में एडमिशन के लिए होने वाली प्रवेश परीक्षाओं तक सीमित रहेगा। एनटीए को अब भर्ती परीक्षाएं आयोजित करने की जिम्मेदारी नहीं होगी।
यह कदम पेपर लीक और अन्य परीक्षा संबंधित समस्याओं को रोकने के लिए उठाया गया है। इसके तहत प्रवेश परीक्षाओं के केंद्रों के चयन से पहले जिला मजिस्ट्रेट, लोकल प्रशासन और पुलिस से परामर्श लिया जाएगा।
इसके साथ ही परीक्षा के लिए केंद्रों की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया गया है, खासकर जब मेडिकल प्रवेश परीक्षा पेन और पेपर मोड में आयोजित की जाएगी।
2025 में होने वाली एनटीए की विभिन्न परीक्षाओं के लिए करीब 60 लाख छात्रों से आवेदन की उम्मीद है। इसमें इंजीनियरिंग एंट्रेंस टेस्ट जेईई मेन, मेडिकल एंट्रेंस टेस्ट नीट और यूजीसी नेट जैसी परीक्षाएं शामिल हैं।
एनटीए में कुछ महत्वपूर्ण बदलावों के तहत नए अधिकारियों की भर्ती भी की जाएगी। कम से कम 10 नए अधिकारी 2025 में एनटीए में शामिल किए जाएंगे।
इसके अलावा, एनटीए की परीक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए एक तीन सदस्यीय हायर पावर स्टीयरिंग कमिटी का गठन किया गया है, जिसकी अध्यक्षता प्रोफेसर राधाकृष्णन करेंगे।
इसके साथ ही, एनटीए के अंतर्गत परीक्षा प्रक्रिया में पारदर्शिता और सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए कई नए दिशा-निर्देश लागू किए जाएंगे।
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