Kartik month 2025:
नई दिल्ली, एजेंसियां। हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास 2025 इस वर्ष 8 अक्टूबर से शुरू होकर 5 नवंबर (कार्तिक पूर्णिमा) को समाप्त होगा। यह महीना भगवान विष्णु (नारायण) को अत्यंत प्रिय माना गया है और इस दौरान स्नान, दान, व्रत और दीपदान का विशेष महत्व है। ज्योतिषाचार्य शालिनी वैद्य के अनुसार, इस माह में किए गए पुण्यकर्मों का फल कई गुना बढ़ जाता है।
कितने दिनों का रहेगा ये पक्ष ?
कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष में द्वितीया तिथि का क्षय और नवमी तिथि की वृद्धि के कारण यह पक्ष केवल 14 दिनों का रहेगा। पूरे महीने में श्री लक्ष्मीनारायण की पूजा, तुलसी की आराधना और दीपदान का विशेष महत्व है।इस दौरान कई प्रमुख व्रत और त्योहार मनाए जाएंगे। 8 अक्टूबर को अशून्यशयन व्रत, 10 अक्टूबर को करवा चौथ और गणेश चतुर्थी, 13 अक्टूबर को अहोई अष्टमी, 14 अक्टूबर को राधा अष्टमी और 17 अक्टूबर को स्फा एकादशी मनाई जाएगी।
कब है धनतेरस ?
विशेष पर्वों में धनतेरस 18 अक्टूबर को ब्राह्म योग और पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र में मनाया जाएगा, जो धन-संपदा वृद्धि के लिए शुभ है। दीपावली 20 अक्टूबर को रात में अमावस्या तिथि में हस्त नक्षत्र और बुधादित्य योग के साथ मनाई जाएगी। इस दिन माता लक्ष्मी, भगवान गणेश और धन के देवता कुबेर की पूजा विशेष फलदायी मानी जाती है।
इसके अलावा, अन्नकूट 22 अक्टूबर, भैया दूज 23 अक्टूबर, छठ पर्व 25–28 अक्टूबर, गोपाष्टमी 29 अक्टूबर, श्री जगद्धात्री पूजा 30 अक्टूबर, देवोत्थान एकादशी और तुलसी विवाह 1 नवंबर, श्री वैकुंठ चतुर्दशी 4 नवंबर और कार्तिक पूर्णिमा व देव दीपावली 5 नवंबर को मनाया जाएगा।कार्तिक मास 2025 अपने शुभ योग और धार्मिक महत्व के कारण स्नान, दान, व्रत और पूजा-अर्चना करने के लिए अत्यंत फलदायी माना जाता है। यह महीना आध्यात्मिक उन्नति और समृद्धि का प्रतीक भी है।
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