धनबाद। लोकसभा चुनाव की घोषणा अगले सप्ताह तक हो सकती है। इसे लेकर बीजेपी ने 192 तो कांग्रेस ने 39 सीटों के लिए प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है।
हालांकि कांग्रेस ने अभी अपना फोकस दक्षिण के राज्यों पर ही रखा है, इसलिए झारखंड के सीटों पर उम्मीदवार नहीं दिया है।
परंतु बीजेपी ने झारखंड की 14 में से 11 सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। बीजेपी ने जिन तीन सीटों को होल्ड पर रखा है, उनमें धनबाद, गिरिडीह और चतरा हैं।
इन तीनों सीटो को होल्ड किये जाने की अलग-अलग वजहें। पर आज हम बात कर रहे हैं धनबाद सीट की।
और इसके बारे में हम पहले भी बता चुके हैं कि यहां मौजूदा सांसद पशुपति नाथ सिंह की उम्र ज्यादा हो जाने के कारण उनका टिकट कट सकता है।
वहीं यहां इस सीट के लिए कई दावेदार हैं, जो ताल ठोक रहे हैं। इनमें विधायक राज सिन्हा के अलावा सिंह मेंशन से रागिनी सिंह भी शामिल हैं।
कहा जा रहा है कि आजसू की भी इस सीट पर नजर है। वहीं, बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता जो पार्टी छोड़ चुके हैं, उनकी वापसी की भी अटकलें हैं। कहा जा रहा है कि पार्टी उन्हें भी यहां से उम्मीदवार बना सकती है।
उधर कांग्रेस ने अभी झारखंड की सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान नहीं किया है, लेकिन धनबाद सीट ने पार्टी नेताओं की उलझन बढ़ा रखी है।
यहां पार्टी के कई कद्दावर नेता दावेदारी ठोक रहे हैं। किसी को खुद के लिए टिकट चाहिए, तो किसी को पत्नी या बेटे के लिए।
बेरमो के विधायक एवं इंटक नेता कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह अपनी पत्नी अनुपमा सिंह को धनबाद लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी बनाना चाहते हैं।
अनूप सिंह ने कांग्रेस के झारखंड प्रभारी गुलाम अहमद मीर के समक्ष इसका प्रस्ताव रखा है। साथ ही कांग्रेस के अन्य कई बड़े नेताओं से भी संपर्क साधा है।
अनूप सिंह की पत्नी का नाम सामने आने के बाद धनबाद लोकसभा सीट से कांग्रेस टिकट के आधा दर्जन गंभीर दावेदार सामने आए हैं।
इनमें पूर्व प्रत्याशी अजय कुमार दुबे, प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष जलेश्वर महतो, पूर्व सांसद चंद्रशेखर उर्फ ददई दुबे, अशोक कुमार सिंह एवं विजय कुमार सिंह शामिल हैं।
इसके अलावा झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह भी इस सीट में दिलचस्पी दिखा चुकी हैं। अनुप सिंह ने बीते गुरुवार को हुई एक बैठक में पूर्व सांसद ददई दुबे को याद कराया कि 2004 के लोकसभा चुनाव में उनके पिता राजेंद्र प्रसाद सिंह को कांग्रेस ने धनबाद लोकसभा सीट से टिकट दिया था।
मेरे पापा ने ददई दुबे के नाम का प्रस्ताव देकर टिकट दिलाया। साथ ही उन्हें जिताने का भी काम किया था।
बता दें कि इस बैठक में कांग्रेस के प्रभारी गुलाम अहमद मीर, प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर, वरिष्ठ नेता चंद्रशेखर दुबे समेत कई बड़े कांग्रेसी नेता मौजूद थे।
अनुप सिंह ने साफ कह दिया कि इस बार यदि पार्टी कहेगी तो वह खुद या उनके परिवार का कोई सदस्य धनबाद लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने को तैयार है।
अनूप ने यह भी कहा कि वह खुद कई बार झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह से धनबाद लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने का आग्रह कर चुके हैं, लेकिन वह तैयार नहीं हुईं।
कांग्रेस सूत्रों के अनुसार, अनूप सिंह अपनी पत्नी को टिकट दिलाने की कोशिश कर रहे हैं। समन्वय समिति की बैठक में टिकट के सभी दावेदार समर्थकों समेत मौजूद थे।
अनूप सिंह का नाम उछलने के बाद धनबाद में कांग्रेस टिकट के लिए चल रही गहमागहमी और बढ़ गई है।
कांग्रेस प्रत्याशी के लिए पार्टी आलाकमान ने तीन-तीन नेताओं के नाम सभी जिलाध्यक्षों से मांगे थे। धनबाद लोकसभा क्षेत्र में दो जिला धनबाद और बोकारो हैं।
दोनों जिलाध्यक्षों ने तीन-तीन नाम आलाकमान को भेज दिए थे। इसमें अनूप सिंह या उनकी पत्नी का नाम शामिल नहीं है।
कारण, जिस वक्त नाम भेजा गया था, उस वक्त तक अनूप सिंह चुनाव लड़ने के मूड में नहीं थे। सूची भेजने के बाद अनूप सिंह चुनाव लड़ने को तैयार हुए हैं।
चर्चाओं के मुताबिक धनबाद एवं बोकारो दोनों की सूची में अजय दुबे और जलेश्वर महतो का नाम है, जबकि ददई दुबे का नाम सिर्फ बोकारो जिले की सूची में है।
वहीं धनबाद की सूची में विजय सिंह एवं अशोक कुमार सिंह में से किसी एक का नाम है।
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