रांची। गुरुवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते ही गिरिडीह के विधायक सुदिव्य कुमार सोनू ने नियमावली का हवाला देते हुए और विधायकों का नाम पढ़ते हुए कहा कि इन विधायकों पर कार्रवाई होनी चाहिए।
नियमावली का जिक्र करते हुए स्पीकर ने 299, 300 और 310 का जिक्र करते हुए कहा कि जो अध्यक्ष है वो निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र है।
इसी नियमावली के आधार पर निर्णय लेते हुए उन्होंने बीजेपी के 18 विधायकों को निलंबित कर दिया जो कल से प्रदर्शन कर रहे हैं।
18 विधायकों को कल दो बजे तक के लिए निलंबित कर दिया है। इसके बाद निलंबित विधायक पत्रकार दीर्घा में आए और नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने कहा कि आज लोकतंत्र की हत्या दिनदहाड़े सदन में स्पीकर ने की है।
राज्य सरकार और जेएमएम के इशारे पर बिना किसी दोष के स्पीकर ने जो व्यवहार दिखया है उससे यह साफ हो जाता है कि राज्य सरकार निरंकुश हो गई है। इस काला अध्याय की रिपोर्टिंग करने से पत्रकार को सदन के अंदर आने से रोका गया।
उन्होंने कहा कि बड़े अमर्यादित तरीके से बड़े द्वेष में हमारे विधायकों को सुदिव्य कुमार को कहने पर, सरकार के कहने पर सस्पेंड कर दिया। पूरे विपक्ष को सस्पेंड करने का दूसरा उदाहरण नहीं मिलेगा।
पाकुड़ में हिमंता सरमा को रोका गया
उन्होंने कहा कि आज पाकुड़ में कैसे हिमंता विस्वा सरमा को गोपीनाथपुर जाने से रोक दिया गया। गोपीनाथपुर अब बांगलादेश का हिस्सा बन गया है। जिन युवाओं को पांच लाख नौकरी देने और बेरोजगारी भत्ता देने का वादा करके आई थी।
जिन अनुबंधकर्मियों को परमानेंट करने का भरोसा देकर यह सरकार आई थी। उनके साथ छल हुआ है। विपक्ष की ताकत जो हमसे छीना गया है। ये एक काल अध्याय है। इमरजेंसी लागने वाली कांग्रेस ने आज एक बार फिर जेएमएम के साथ मिलकर काला अध्याय लिखा है।
इसके लिए जनता उन्हें कभी माफ नहीं करेगी। सत्ता पक्ष को अपनी गिरेबान में झांकना चाहिए। आज उन्होंने जो नंगा किया है उस नंगा नाच को जनता के बीच ना जा पाए इसलिए पत्रकारों को भी रोका जा रहा था। यहां लोकतंत्र खत्म हो गया है।
उन्होंने कहा कि जब तक युवाओं को उसका न्याय नहीं दिला देंगे। इस सरकार का सत्ता से नहीं उखाड़ फेकेंगे।
युवाओं के लिए अनुबंध कर्मियों के लिए एक क्या 10 विधायक की भी यदि हमें छोड़ना पड़े उसका त्याग करना पड़े तो हम भारतीय जनता पार्टी के विधायक के लिए तैयार हैं। इसी संकल्प के साथ मैदान में आने वाले हैं।
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