अभी अजबैजान की जेल में है बंद
रांची। कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई और झारखंड के अमन साहू गैंग के सहयोगी सुनील मीणा को जल्द भारत लाया जायेगा। अभी अजरबैजान की जेल में बंद है। बता दें कि अक्टूबर 2024 में अजरबैजान में सुनील मीणा को गिरफ्तार किया गया था। अब उसे प्रत्यर्पण संधि के तहत भारत को सौंपने पर सहमति बन गई है।
झारखंड पुलिस लाने की तैयारी में जुटीः
आदेश आने के बाद झारखंड पुलिस सुनील मीणा को प्रत्यर्पण संधि के तहत अजरबैजान से झारखंड लाने की तैयारी में जुट गई है। जल्द ही उसे झारखंड लाया जायेगा। बता दें कि बीते 28 अक्टूबर 2024 को सुनील मीणा उस समय पकड़ा गया था, जब वो अजरबैजान के एक होटल में ठहरा हुआ था। उसका वीजा एक्सपायर हो गया था और वीजा रिन्यू में होने में दो घंटे की देरी हो गयी थी। इसी दौरान वीजा चेकिंग ऑफिस ने सुनील मीणा को डिटेन किया। उसके बाद से उसे अजरबैजान के डिटेनेशन सेंटर में रखा गया है।
झारखंड पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ था सुनील मीणाः
सुनील मीणा को इंटरपोल ने अजरबैजान देश से पकड़ा है। हालांकि झारखंड पुलिस ने अब तक सुनील मीणा की गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं की है। झारखंड एटीएस के अनुरोध पर उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया था, जिसके बाद वह अजरबैजान से पकड़ा गया। बता दें कि सुनील मीणा लंबे समय से झारखंड पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ था।
डंकी रूट के जरिये यूएसए गया था सुनील मीणाः
झारखंड पुलिस की एटीएस ने सुनील मीणा का पासपोर्ट रद्द करा दिया है और वह एटीएस के डीएसपी व एसआई साहू को गोली मारने से जुड़े मामले में वांछित है। राजस्थान पुलिस और दिल्ली स्पेशल सेल की जांच में यह बात सामने आयी है कि पासपोर्ट रद्द होने के बाद सुनील मीणा डंकी रूट के जरिये सिंगापुर, ईरान, मेक्सिको होते हुए संयुक्त राज्य अमेरिका (यूएसए) में दाखिल हुआ था। वह वहीं से अमन साहू गैंग के लिए पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली के आपराधिक गिरोहों से रिक्रूटमेंट का काम कर रहा था।
राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले का रहने वाला है सुनीलः
सुनील मीणा मूल रूप से राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले के घडसाना के नयी मंडी का रहने वाला है। उसकी खोज में झारखंड पुलिस राजस्थान तक पहुंच चुकी है। पिछले साल ही उसके पैतृक आवास पर जाकर पुलिस ने इश्तेहार चिपकाया था। सुनील लॉरेंस बिश्नोई गैंग के विश्वस्त लोगों में रह चुका है।
वर्क वीजा पर भारत से मलेशिया गया सुनीलः कुआलालमपुर में रहने के दौरान लॉरेंस बिश्नोई गैंग के रोहित गोदारा, गोल्डी बरार और संपत नेहरा के जरिये लॉरेंस के संपर्क में आया और मलेशिया से ही अपराध की दुनिया में अपना जड़ जमाने लगा। वह लॉरेंस बिश्नोई के इशारे पर राजस्थान और पंजाब के कई जिलों में हत्या, रंगदारी वसूली, फायरिंग जैसे घटनाओं को अंजाम दिलाने लगा।
राजस्थान के तत्कालीन राहत एवं आपदा प्रबंधन मंत्री व कांग्रेस विधायक गोविंद राम मेघवाल से रंगदारी मांगकर सुनील मीणा सबसे पहले चर्चा में आया था। लॉरेंस के इशारे पर ही सुनील मीणा ने राजस्थान के एक पेट्रोल पंप संचालक से पांच करोड़ की रंगदारी मांगी थी।
रंगदारी देने से इनकार करने पर सुनील मीणा ने ही पेट्रोल पंप संचालक पर फायरिंग करावायी थी। इस घटना के बाद राजस्थान पुलिस ने सुनील मीणा के खिलाफ डोजीयर तैयार कर रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने के लिए पत्राचार भी किया था।
अमन साहू गैंग से भी जुड़ा है सुनील मीणाः
सुनील मीणा लॉरेंस गैंग के अलावा झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू (मृत) से जुड़ा और आपराधिक घटनाओं को अंजाम दिलाने लगा। अमन साहू गैंग के इशारे पर सुनील मीणा ने ही झारखंड में कोल ट्रांसपोर्ट कर रही छत्तीसगढ़ की आरकेटीसी कंपनी के कोरबा स्थित ऑफिस में अधिकारियों पर फायरिंग करायी थी। सुनील मीणा ने इस कंपनी के डायरेक्टर सुशील सिंघल की हत्या की नीयत से रायपुर स्थित कंपनी के हेड ऑफिस पर फायरिंग करवायी थी।
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