रांची। ‘यूरिक एसिड’ की समस्या से देश और दुनिया की बड़ी आबादी पीड़ित है। खराब खानपान और लाइफस्टाइल इसकी बड़ी वजह है।
हाई यूरिक एसिड की समस्या की बात करें तो इससे पीड़ित लोगों को जोड़ों में तेज दर्द का सामना करना पड़ता है।
यूरिक एसिड बढ़ने से हड्डियां कमजोर हो जाती हैं और इसका बुरा असर किडनी पर भी पड़ता है। इससे निजात पाने के लिए लोग कई तरह की दवाएं लेते हैं।
साथ ही कई घरेलू नुस्खे अपनाते हैं। आइये आज हम इससे निजात पाने के सबसे तेज तरीके के बारे में बताते हैं।
खून में पाया जाने वाला एक अपशिष्ट है यूरिन
दरअसल, यूरिक एसिड हमारे खून में पाया जाने वाला एक अपशिष्ट उत्पाद है, जो प्यूरीन नामक रसायन के टूटने पर बनता है।
आमतौर पर किडनी इसे फिल्टर कर यूरिन के जरिए शरीर से बाहर निकल देती है। हालांकि, कई बार खराब लाइफस्टाइल और अनहेल्दी खानपान के कारण ये अधिक मात्रा में बनने लगता है, ऐसे में किडनी इसे फिल्टर नहीं कर पाती है और ये हड्डियों में क्रिस्टल के रूप में जमा होने लगता है।
इसके चलते हड्डियों के बीच में गैप हो जाता है, हड्डियां बेहद कमजोर हो जाती हैं और व्यक्ति को चलने फिरने में भी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
इतना ही नहीं, यूरिक एसिड बढ़ने पर गठिया और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी गंभीर समस्या का खतरा भी बढ़ जाता है।
प्यूरीन के साथ चिपककर इसे बाहर खींचता है फाइबर
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक अगर आप हाई यूरिक एसिड के चलते जोड़ों में असहनीय दर्द, अकड़न, सूजन का सामना कर रहे हैं और इस परेशानी से छुटकारा पाना चाहते हैं तो इसके लिए अपनी डाइट में फाइबर रिच फूड को शामिल करना शुरू कर दें।
फाइबर से भरपूर चीजें बिना दवाओं के नेचुरल तरीके से इस समस्या से छुटकारा दिलाने में आपकी मदद कर सकती हैं। हाई यूरिक एसिड के लिए प्यूरीन जिम्मेदार होता है।
वहीं, फाइबर प्यूरीन के कणों के साथ चिपककर इसे बाहर की ओर खींचता है और मल-मूत्र के साथ शरीर से बाहर निकालने में मदद करता है।
इससे शरीर में प्यूरीन की मात्रा घटती है और यह यूरिक एसिड की समस्या से छुटकारा दिलाने में आपकी मदद कर सकता है।
ओट्स में फाइबर की अच्छी मात्रा होती है
ओट्स में फाइबर की अच्छी मात्रा होती है, जो कि शरीर से प्यूरीन को सोखने का काम करता है।
दरअसल, जब शरीर प्रोटीन के वेस्ट के रूप में प्यूरीन को निकालता है, तब ओट्स का फाइबर इसे अपने साथ बांध लेता और पानी को सोखते हुए शरीर से बाहर निकालने में मदद करता है।
एवोकाडो भी हेल्दी फाइबर से भरपूर होता है
एवोकाडो भी हेल्दी फाइबर से भरपूर होता है और ये भी यूरिक एसिड से छुटकारा दिलाने में आपकी मदद कर सकता है।
इस फल में मौजूद एंटी इंफ्लेमेटरी गुण भी यूरिक एसिड और गाउट में होने वाले दर्द से बचाते हैं।
साबुत अनाज और फलियों का सेवन भी फायदेमंद
फाइबर रिच साबुत अनाज और फलियों का सेवन भी काफी फायदेमंद हो सकता है। इन्हें खाने से भी प्यूरिन तेजी से बॉडी से फ्लशआउट हो जाता है।
इन सब के अलावा आप अपनी डाइट में सेब, चेरी, ज्वार की रोटी, मूंग दाल आदि फाइबर से भरी चीजों को भी शामिल कर सकते हैं।
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