पिस्का नगड़ी। प्रखंड के नारे बाजार टांड में गुरुवार को करम पूर्व संध्या कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर क्षेत्र के 36 खोड़हा अपने परंपरागत वेशभूषा एवं गाजे बाजे के साथ नृत्य करते हुए सभा स्थल पहुंचे।
आदिवासी सरना परिवार नगड़ी के तत्वाधान में आयोजित इस समारोह के मुख्य अतिथि झारखंड सरकार के मंत्री इरफान अंसारी ने कहा कि झारखंडी परंपरा एक प्राचीन परंपरा है इसे हमें बचाना है झारखंड सरकार आदिवासी के उत्थान और विकास के लिए प्रतिबद्ध है।
विशिष्ट अतिथि अजय नाथ शाहदेव ने कहा कि झारखंड की संस्कृति की रक्षा के लिए झारखंड राज्य बनाया गया है यहां की परंपराएं अद्भुत और अकल्पनीय है।
खिजरी विधायक राजेश कच्छप ने कहा कि आदिवासी संस्कृति में जल जंगल और जमीन की रक्षा करना हमारी जिम्मेवारी है और इस पर हम अंतिम सांस तक कायम रहेंगे।
कार्यक्रम के मुख्य संरक्षक पूर्व जिला परिषद सदस्य रातू ने कहा कि आदिवासी परंपरा में करमा का विशेष महत्व है प्रकृति पूजक आदिवासी करम डाली को विशेष महत्व देते हैं।
इस अवसर पर बरही विधायक उमाशंकर अकेला, राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य नंदकिशोर मेहता, जिला परिषद सदस्य पूनम देवी, प्रेमसागर महतो, बांदे उराव सहित कई लोगों ने अपने विचार व्यक्त किया, सभी ने एक स्वर में कहा कि आदिवासी संस्कृति वेशभूषा, गाजा बाजा, पूजा पद्धति को हमें बरकरार रखना है हमारे पूर्वजों ने सोच विचार कर यह रीति रिवाज बनाया है।
इस अवसर पर नगड़ी, इटकी, रातु, बेड़ो सहित कई प्रखंड के 36 खोड़हा शामिल हुए, सभी खोड़हा को समिति के द्वारा उपहार स्वरूप मांदर दिया गया। कार्यक्रम में नगड़ी सीओ राकेश श्रीवास्तव, नगड़ी थाना प्रभारी भी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के सफल आयोजन में पूर्व जिला परिषद सदस्य रातू अमर उरांव, राष्ट्रीय प्रचारिका का सरना धर्म रेनू तिर्की, आदिवासी छात्र संघ के कार्यकारी अध्यक्ष प्रभात तिर्की, पूर्व अध्यक्ष 21 पड़हा नगड़ी सुनील कच्छप, सरना धर्म प्रचारिका, रायमुनि किस्पोट्टा, जिला कोषाध्यक्ष सोमनाथ उरांव, बांदे उरांव, अनिल उरांव, कमल तिर्की, सोनी कच्छप, राजेश उरांव, केंद्रीय सरना समिति अध्यक्ष नारायण उरांव, बप्पी कच्छप, सुमन खलखो, पूर्व मुखिया बाजपुर कुशल उरांव सहित सदस्यों का विशेष योगदान रहा।
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