कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा का हुआ संचार
रांची। झारखंड आंदोलनकारी दिशोम गुरु शिबू सोरेन ने गिरिडीह से ही महाजनी प्रथा के खिलाफ आंदोलन शुरू किया था।
आज वहीं से उनकी छोटी बहू कल्पना सोरेन की राजनीति मे एंट्री हुई। कल्पना सोरेन गिरिडीह जिला झारखंड मुक्ति मोर्चा के स्थापना दिवस के कार्यक्रम में शिरकत कर रही हैं।
कल्पना की इस नई पारी से झामुमो कार्यकर्त्ता उत्साहित हैं। कार्यकर्ताओं का मानना है कि संगठन को और अधिक धारदार बनाने में कल्पना सोरेन की भूमिका अहम रहेगी।
बता दें कि करीब साल भर से झारखंड में कल्पना के राजनीतिक जीवन में आने को लेकर अटकलें भी लगायी जा रही थी।
31 जनवरी को तत्कालीन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किए जाने से लगभग एक महीने पहले गांडेय विधानसभा सीट से झामुमो विधायक सरफराज अहमद के इस्तीफा देने के बाद से ही कल्पना के राजनीतिक जीवन को लेकर अटकलें तेज हो गईं।
जब हेमंत जेल चले गए तो सभी की निगाह फिर से कल्पना की तरफ टिक गई। 2 फरवरी को दुमका और 4 फरवरी को धनबाद जिला स्थापना दिवस कार्यक्रम में कल्पना के शामिल होने की चर्चा हो रही थी, लेकिन सीएम के जेल जाने के कारण इन कार्यक्रमों में कल्पना नहीं जा सकीं।
अब जिस गिरिडीह जिला का हिस्सा गांडेय विधानसभा क्षेत्र पड़ता है, उसी गिरिडीह जिले से कल्पना पॉलिटिक्स में एंट्री कर रही हैं।
झारखंड की राजनीति में इसका क्या असर पड़ेगा यह तो भविष्य के गर्भ में है, पर पार्टी को एक नई दिशा जरूर मिलेगी।
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