गिरिडीह। हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना मुर्मू सोरेन ने अपने पहले ही भाषण से लोगो को भावुक कर दिया है।
उन्होंने झारखंड की सक्रिय राजनीति में एंट्री करते हुए पति हेमंत सोरेन को याद करते हुए कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा का संचार कर दिया।
कल्पना सोरेन ने कहा कि आज 4 तारीख है। कल 3 तारीख को मेरा जन्मदिन था। मुझे उनसे (हेमंत सोरेन) मिलने का समय मिला।
इसके बाद नम आंखों से कल्पना ने कहा कि उन्होंने मेरे कंधे पर हाथ रखा और कहा कि घबराना नहीं। जेल में हूं लेकिन जिंदा हूं।
कल्पना ने आगे विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि इतना बड़ा षड्यंत्र किया गया है। नीची घटिया सोच है।
दिल्ली में बैठते हैं लेकिन दिल्ली वालों में दिल नहीं धड़कता है। आदिवासी, दलित और अल्पसंख्यक को कीड़ा समझते हैं।
व्यवहार से पता चलता है कि कितनी घृणा भरी हुई है। हमारे मुख्यमंत्री को पद से उतारने के लिए षडंयत्र किया।
झारखंड सरकार, आदिवासी, दलित और वंचित सरकार गिराने की मंशा बिखर गई है। हमारे जितने भी विधायक हैं, जितने कार्यकर्ता हैं, उनके मनोबल से प्रतीत होता है कि हमने उनको परास्त तो कर दिया, लेकिन आने वाले समय के लिए आप सभी को मिलकर अपने आशीर्वाद को वोट के द्वारा ये यकीन दिलाना है कि झारखंड कभी झुकेगा नहीं। झारखंडी कभी झुकेगा नहीं ।
कल्पना सोरेन ने कहा कि आने वाले समय में इस मनोबल और उत्साह को वोट रूपी आशीर्वाद में बदलकर विपक्ष को यकीन दिलाना है कि झारखंड कभी नहीं झुकेगा। झारखंडी कभी नहीं झुकता।
कल्पना मुर्मू सोरेन ने कहा कि 2019 के विधानसभा चुनाव में किसे जनादेश मिला, आप सब जानते हैं।
झारखंडी सरकार बनी। जिस दिन से सरकार का गठन हुआ, विपक्ष चाल चलने लगा। इसे गिराने की साजिशें की जाने लगी।
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