रांची। यूपी की SDM ज्योति मोर्या का कहानी इन दिनों सोशल मीडिया पर छाई हुई है। इसकी गूंज अब झारखंड में भी सुनी जा रही है। झारखंड के साहेबगंज के बोरेयो प्रखंड में एक पति ने अपनी पत्नी और बेटे की बरामदगी के लिए कोर्ट में गुहार लगायी है।
उसका कहना है कि नौकरी लगने के बाद से ही पत्नी बच्चे संग गायब है। दरअसल, ज्योति मोर्या के तर्ज ही पर यह मामला सामने आया है। जहां नौकरी लगने के बाद एक पत्नी अपने बेरोजगार पति को छोड़कर फरार हो गई।
महिला का नाम कल्पना है। वहीं पीड़ित पति का नाम कन्हाई पंडित है। दोनों की शादी करीब 14 साल पहले हुई थी। दोनों का एक 10 साल का बेटा भी है। अशिक्षित पति ने अपनी पत्नी को पढा-लिखा कर ANM बनाया, लेकिन नौकरी लगते ही पत्नी गायब हो गयी। लोगों का कहना है कि वह किसी अन्य व्यक्ति के साथ है।
कर्ज लेकर पढ़ाया-लिखाया
जानकारी के अनुसार बांझी बाजार निवासी कन्हाई पंडित की शादी करीब 14 साल पहले हिंदू रीति रिवाज से कल्पना देवी के साथ हुई थी। अशिक्षित पति ने अपनी पत्नी को जमशेदपुर में रखकर ANM की पढ़ाई करवाई। करीब 7 साल तक तक कई प्राइवेट अस्पतालों में कल्पना ने पढ़ाई की।
इसके बाद कल्पना की नौकरी भी लगी। पत्नी को पढ़ाने के लिए कन्हाई पंडित ने कई लोगों से कर्ज लिया था। कर्ज उतारने के लिए वह गुजरात कमाने चला गया। वहां लौटा तो पत्नी का व्यवहार बदल गया था। वह बात-बात पर पति से झगड़ा कर रही थी।
बेटा और संपत्ति के कागजात भी ले गयी
पति ने आरोप लगाया है कि पत्नी का किसी युवक के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था। उसने कहा है कि वह बेटे को लेकर फरार हो गई। उसने बताया कि मेहनत मजदूरी कर अपनी पत्नी कल्पना कुमारी को एएनएम का ट्रेनिंग करवाई थी। पढ़ाई पूरी होने के बाद कल्पना ने नौकरी शुरू की। लगा कि अब दुखों का बादल छटेगा।
लेकिन वह उसे धोखा देकर अपने प्रेमी के साथ फरार हो गई। कन्हाई पंडित ने बताया कि उसके जमीन जायदाद के कागज भी पत्नी के पास है। पत्नी कहती है कि तुम प्रॉपर्टी क्या करोगे। बेटा तो मेरे पास है बाद में सब बेटा का ही होगा। इसलिए तुम हमें संपत्ति और बेटा सब को भूल जाओ।
थाना में प्राथमिकी दर्ज
पीड़ित पति ने कहा कि 14 अप्रैल को अपने मायके जाने का बोलकर वह घर से निकली थी। जब शाम तक घर वापस नहीं लौटी, तो उसने खोजबीन शुरू की। ससुराल वालों ने बताया कि कल्पना यहां नहीं आई है। बेचारे पति ने अपनी पत्नी की खोज में थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई, लेकिन वहां भी उसे अभी तक निराशा ही मिली है।