हर दूसरे MLA पर क्रिमिनल केस
रांची। अबकी बार झारखंड में ज्यादा पढ़ी लिखी सरकार बनने जा रही है। छठी विधानसभा के लिए जीतकर आने वाले विधायकों में 66 प्रतिशत स्नातक व उच्च योग्यताधारी है। 81 विजेताओं में पांच डॉक्टरेट है। इनमें झामुमो की उम्मीदवार जामा से लुईस मरांडी, नाला से रबिंद्र नाथ महतो, भाजपा के पांकी से कुशवाहा शशि भूषण मेहता, कोडरमा से नीरा यादव और लोहरदगा से कांग्रेस के रामेश्वर उरांव शामिल हैं।
79 प्रतिशत करोड़पतिः
जीतने वाले 81 प्रत्याशियों में से 79 प्रतिशत करोड़पति हैं। 39 विधायकों पर कई आरोपों में केस चल रहे हैं। झारखंड के इतिहास में पहली बार 12 महिलाएं जीतकर विधानसभा पहुंचीं। इस बार 25 से 50 साल के 23 युवा प्रत्याशी भी विधायक चुने गए हैं।
भाजपा के 13 विधायक ग्रेजुएटः
भाजपा के 13 विधायक ग्रेजुएट भाजपा के कुल प्रत्याशियों में से 42 प्रत्याशियों की शैक्षणिक योग्यता स्नातक थी। इनमें से 13 ने जीत हासिल की है। वहीं, जेएमएम के कुल प्रत्याशियों में से 19 प्रत्याशी स्नातक थे। उनमें से 16 ने इस बार जीत हासिल की है।
कांग्रेस के कुल प्रत्याशियों में से 18 प्रत्याशी स्नातक उतीर्ण थे। इनमें से 13 ने जीत हासिल की है। राजद के विजयी उम्मीदवारों में एक भी स्नातक नहीं है। वहीं, जदयू के विजेता प्रत्याशी सरयू राय व जेएलकेएम के जयराम महतो स्नातक हैं।
झामुमो में सबसे ज्यादा करोड़पतिः
झामुमो के सबसे ज्यादा करोड़पति जीते इस विधानसभा चुनाव में सबसे अधिक झामुमो के करोड़पति प्रत्याशी विधायक बने हैं। कुल प्रत्याशियों में से 30 करोड़पति प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतरे थे। इनमें से 24 ने जीत हासिल की है। वहीं, भाजपा के 46 करोड़पति प्रत्याशियों में से मात्र 18 ही जीत पाए हैं।
कांग्रेस के इस बार 25 करोड़पति प्रत्याशियों में से 15 ने जीत हासिल की है। राजद का एक भी करोड़ प्रत्याशी चुनाव नहीं जीत पाया है। वहीं, अन्य में एक को सफलता मिली है।
कांग्रेस की 7 महिलाओं में से 4 जीतीः
कांग्रेस की 7 में से 4 महिलाएं जीतीं पांचवें विधानसभा चुनाव में पहली बार सबसे अधिक महिला विधायक बनीं हैं। इनमें कांग्रेस की 7 विधायक शामिल हैं। इस बार चुनाव में कुल 128 महिला प्रत्याशी मैदान में थीं। पहले चरण में 73 और दूसरे चरण में कुल 55 महिला प्रत्याशियों ने अपनी किस्मत आजमाया।
लेकिन, सिर्फ 12 ने ही जीत हासिल की। जीतने वालों में चार भाजपा और तीन झामुमो की महिला प्रत्याशी भी शामिल हैं। अन्य किसी दल की प्रत्याशी को यह अवसर नहीं मिला।
कांग्रेस के सबसे युवा विधायकः
इस बार के चुनाव में 30 से 50 साल के जीतने वाले युवा विधायकों में 43 प्रतिशत कांग्रेस के हैं। वहीं, 23 फीसदी युवा भाजपा के और 26 प्रतिशत युवा झामुमो के हैं। ओवर ऑल 81 विजेता प्रत्याशियों में देखा जाए तो 30 से 50 साल के युवा प्रत्याशी इस बार कुल 23 हैं। इनसे विधानसभा में युवाओं को काफी उम्मीदें रहेंगी।
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