रांची। साल 2024 में झारखंड की प्रतियोगिता परीक्षाओं ने राजनीतिक और सामाजिक सुर्खियों में जगह बनाई। ये परीक्षाएं विवादों और आंदोलन के कारण बड़े मुद्दे बनीं। सरकार से लेकर विपक्ष और छात्र समुदाय तक ने इन परीक्षा परिणामों और प्रक्रियाओं पर गहरी प्रतिक्रिया दी।
जेएसएससी सीजीएल पेपर लीक विवाद
झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (जेएसएससी) द्वारा आयोजित सीजीएल परीक्षा का पेपर लीक विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा। इस विवाद ने आयोग के अध्यक्ष नीरज सिन्हा का इस्तीफा करवा दिया और परीक्षा के दौरान कार्यालय में तोड़फोड़ भी हुई। विवादों के चलते परीक्षा का रिजल्ट अब तक घोषित नहीं किया जा सका।
नीट पेपर लीक पर सीबीआई की कार्रवाई
झारखंड से जुड़े नीट पेपर लीक के मामले ने भी बड़ी सुर्खियां बटोरीं। रांची और हजारीबाग में सीबीआई द्वारा छापेमारी और गिरफ्तारियों के बाद इस मामले में कार्रवाई की जा रही है। सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में इस मामले की जांच लगातार चल रही है।
पीजीटी परीक्षा में गड़बड़ी और छात्रों का आंदोलन
झारखंड राज्य कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आयोजित पीजीटी परीक्षा में गड़बड़ी की आशंका पर छात्रों ने आंदोलन किया। 3120 पदों के लिए आयोजित परीक्षा में कई सेंटरों में बड़े पैमाने पर सफल उम्मीदवारों के पास होने से विवाद हुआ, जिसके बाद छात्र राजभवन और आयोग कार्यालय तक पहुंचे।
जेपीएससी और हाई स्कूल शिक्षक नियुक्ति परीक्षा विवाद
जेपीएससी द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा के परिणाम का इंतजार छात्रों को लंबे समय से था, लेकिन अध्यक्ष नीलिमा केरकेट्टा के कार्यकाल समाप्त होने के बाद यह रिजल्ट अब तक लटका हुआ है।
विवादों में रहा हाईस्कूल शिक्षक नियुक्ति परीक्षा
वहीं, हाई स्कूल शिक्षक नियुक्ति परीक्षा भी विवादों में रही, जहां झारखंड हाई कोर्ट के आदेश पर सुनवाई जारी रही और इस साल चयनित उम्मीदवारों की नियुक्ति की प्रक्रिया जारी रही।
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