रांची। झारखंड मुक्ति मोर्चा बिहार विधानसभा चुनाव में 12 सीटों पर लड़ने की तैयारी कर रहा है। इसे लेकर झामुमो के आगामी अधिवेशन में निर्णय लिया जायेगा। पार्टी का 13वां महाधिवेशन जल्द होनेवाला है। कई मायनों यह महाधिवेशन खास होगा। इसमें पार्टी पड़ोसी राज्यों में अपनी ताकत का आकलन करेगी।
पहले भी बिहार चुनाव लड़ चुका है झामुमोः
इस अधिवेशन में बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी हिस्सा लेगी या नहीं इस पर चर्चा की जाएगी। पार्टी सूत्रों के मुताबिक बिहार के 12 विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव लड़ने की तैयारी पार्टी कर रही है। जेएमएम बिहार विधानसभा चुनाव पहले भी लड़ चुकी है। पिछले चुनाव में भी उम्मीदवार उतारे थे पर सफलता हाथ नहीं लगी।
6 राज्यों के 3 हजार प्रतिनिधि होंगे शामिलः
बिहार विधानसभा चुनाव को मद्देनजर इस महाधिवेशन में 6 राज्यों के 3 हजार प्रतिनिधि शामिल हो सकते हैं। ये प्रतिनिधि बिहार, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, छत्तीसगढ़, असम और तमिलनाडु समेत देश भर से होंगे।
झारखंड से सटे बिहार के बॉर्डर इलाके में जेएमएम समर्थकों की बड़ी संख्या है। यही स्थिति बंगाल और ओडिशा राज्यों में भी है। ऐसे में पार्टी को उम्मीद है कि बड़ी संख्या में समर्थकों का जुटान होगा।
जानकारी के मुताबिक अभी तारीख और स्थल तय नहीं किया गया है। जल्द ही इसकी घोषणा होगी। महाधिवेशन के दौरान ही केंद्रीय समिति का पुनर्गठन होगा। वहीं, जिला अध्यक्ष से लेकर अन्य पदों पर नियुक्ति का फैसला भी महाधिवेशन में ही होगा।
राजद और कांग्रेस संग होगा गठबंधनः
इसी साल बिहार में होने जा रहे विधानसभा चुनाव में जेएमएम 12 सीटों पर उम्मीदवार उतारे जाने को लेकर राजद-कांग्रेस गठबंधन से दावेदारी करेगी। इसके लिए पार्टी बहुत जल्द कांग्रेस और राजद से बातचीत करेगी।
जेएमएम जिन सीटों को लेकर अपनी दावेदारी करेगी उनमें तारापुर, कटोरिया, मनिहारी, झाझा, बांका, ठाकुरगंज, रूपौली, रामपुर, बनमखनी, जमालपुर, पीरपैंती और चकाई है।
ऐसा नहीं है कि जेएमएम पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ने जा रहा है। पार्टी इससे पहले भी चुनाव लड़ चुकी है। 2020 में तीन चरण में हुए विधानसभा चुनाव में पार्टी ने अपने उम्मीदवार भी उतारे थे। यह दूसरी बात है कि एक भी उम्मीदवार चुनाव नहीं जीत सका।
इस आधार पर झामुमो कर रहा दावेदारीः
बिहार विधानसभा में जेएमएम की दावेदारी के पीछे झारखंड विधानसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे का भी आधार है। बिहार के पिछले चुनाव में जेएमएम ने राजद पर कई आरोप लगाते हुए अकेले दम पर चुनाव लड़ा था। यह दूसरी बात की कोई जीता नहीं।
झारखंड में गठबंधन दल के साथी राष्ट्रीय जनता दल को छह विधानसभा सीटें मिली। इन विधानसभा सीटों में देवघर, गोड्डा, कोडरमा, चतरा, विश्रामपुर व हुसैनाबाद सीट राजद की झोली में थे। ऐसे में जेएमएम को उम्मीद है कि बिहार में भी राजद-कांग्रेस गठबंधन धर्म का पालन करेगी।
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