Land scam case:
रांची। हजारीबाग के वन भूमि खरीद-बिक्री और अवैध म्यूटेशन से जुड़े बहुचर्चित मामले में आरोपी कारोबारी विनय सिंह और उनकी पत्नी स्निग्धा सिंह ने झारखंड हाईकोर्ट में जमानत और अग्रिम जमानत याचिका दायर की है। दोनों ने अदालत से राहत की मांग की है, हालांकि याचिका की सुनवाई की तारीख फिलहाल तय नहीं हुई है।इससे पहले, 3 नवंबर को निचली अदालत ने दोनों की जमानत याचिका को खारिज कर दिया था। वर्तमान में विनय सिंह न्यायिक हिरासत में जेल में बंद हैं, जबकि उनकी पत्नी स्निग्धा सिंह की एसीबी (भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो) तलाश कर रही है।
एसीबी की जांच में खुलासे:
एसीबी की कांड संख्या 11/2025 के तहत दर्ज प्राथमिकी में विनय सिंह और स्निग्धा सिंह को नामजद आरोपी बनाया गया है। उन पर आरोप है कि उन्होंने आईएएस विनय चौबे के हजारीबाग डीसी रहते हुए वन भूमि की अवैध तरीके से खरीद-बिक्री और म्यूटेशन कराया।
प्राथमिकी के अनुसार:
प्राथमिकी के अनुसार, विवादित भूमि हजारीबाग सदर अंचल के थाना नंबर 252 क्षेत्र में स्थित है। इसमें खाता नंबर 95 के प्लॉट नंबर 1055, 1060 और 848 (कुल 28 डिसमिल) तथा खाता नंबर 73, प्लॉट नंबर 812 (72 डिसमिल) शामिल हैं। ये जमीनें बभनवे मौजा, हल्का नंबर 11 में आती हैं।जांच एजेंसियों के अनुसार, उक्त भूमि पर वर्तमान में ‘नेक्सजेन’ ऑटोमोबाइल शोरूम संचालित है, जो विनय सिंह और स्निग्धा सिंह के कब्जे में है। एसीबी ने यह भी दावा किया है कि भूमि खरीद में वन विभाग की अनुमति नहीं ली गई थी, जिससे यह सौदा अवैध ठहरता है।



