यूनियन की कमिश्नर के साथ नहीं बनी बात
रांची। राजधानी रांची में ऑटो व ई-रिक्शा वाले हड़ताल पर चले गये हैं। इस वजह से बुधवार को भी सड़कों पर सन्नाटा पसरा है।
ऑटो व ई-रिक्शा नहीं मिलने से लोग परेशान हैं। खास कर रेलवे स्टेशन और बस स्टैंडों के बाहर सामान के साथ लोग पैदल ही भटक रहे हैं।
स्कूल कॉलेज जानेवाले छात्रों को भी परेशानी हो रही है। लोग सड़कों पर पैदल ही अपने गंतव्य की ओर जाते दिख रहे हैं। कई लोगों को मीलों चलना पड़ रहा है।
हड़ताल कब तक चलेगी, किसी को पता नही
यह हड़ताल कब तक चलेगी, इस पर कुछ कहा नहीं जा सकता है, क्योंकि प्रदेश सीएनजी ऑटो चालक महासंघ के अध्यक्ष दिनेश सोनी, रांची जिला ऑटो चालक यूनियन के अध्यक्ष अर्जुन यादव और रांची जिला ई-रिक्शा चालक यूनियन के संरक्षक उत्तम यादव की बैठक मंगलवार को कमिश्नर अंजनी कुमार मिश्रा के साथ हुई, जिसमें बात नहीं बनी है।
बैठक शाम 4:00 बजे से शाम 6:30 बजे तक ढाई घंटे तक चली। लेकिन, वार्ता विफल रही। यूनियन के अध्यक्षों ने कहा कि उन्हें लिखित आश्वासन नहीं मिल रहा था।
इसलिए हमलोगों ने हड़ताल जारी रखने का निर्णय लिया है। बैठक में आरटीए सचिव संजीव कुमार व ट्रैफिक एसपी कैलाश करमाली भी शामिल हुए।
दरअसल ऑटो व ई-रिक्शा चालक रूट निर्धारण के विरोध में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये हैं।
21 हजार चालक हैं हड़ताल पर
शहर में ऑटो की संख्या 15 हजार और ई-रिक्शा की संख्या लगभग छह हजार है। कांटाटोली, कचहरी चौक, सुजाता चौक, जेल चौक, किशोरी यादव चौक व न्यू मार्केट ऑटो स्टैंड सहित अन्य जगहों पर लोग ऑटो व ई-रिक्शा के लिए परेशान रहे।
वहीं, ऑटो नहीं चलने से सिटी बसों में लोगों की काफी भीड़ रही। ओवरब्रिज पर सुबह 10 बजे कुछ ऑटो व ई-रिक्शा सवारी उठा रहे थे, लेकिन हड़ताल में शामिल चालकों ने उन्हें ऐसा करने से रोक दिया।
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