Branded liquor:
रांची। झारखंड की शराब दुकानों में ब्रांडेड शराब नहीं मिल रही है। ब्रांडेड शराब आउट ऑफ स्टाक बताई जा रही हैं। बकाये का भुगतान नहीं होने के कारण कंपनियों ने सप्लाई बंद कर दी है।
Branded liquor: मंत्री ने दिखाई चिंता, की बैठकः
विभागीय मंत्री योगेंद्र प्रसाद ने शराब आपूर्ति कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग में बैठक की। शराब आपूर्ति कंपनियों ने मंत्री के सामने अपने बकाया भुगतान की जानकारी दी। बताया कि करीब 200 करोड़ रुपये का बकाया विभाग पर है, जिसके चलते उन्हें शराब की आपूर्ति करने में परेशानी हो रही है। यही वजह है कि राज्य की शराब दुकानों से ब्रांडेड शराब आउट ऑफ स्टाक हो चुकी हैं।
Branded liquor: जल्द भुगतान का मिला आश्वासनः
मंत्री ने कंपनियों को आश्वस्त किया कि जल्द ही उनकी बकाया राशि का भुगतान हो जाएगा। विभाग में अधिकारियों की कमी थी।
उत्पाद आयुक्त सह महाप्रबंधक जेएसबीसीएल अवकाश पर थे। इसके चलते भुगतान नहीं हो पा रहा था। अब वे भी अवकाश से लौटे हैं और विभाग में नए अधिकारी का पदस्थापन भी हो गया है। अगले हफ्ते से विभाग की व्यवस्था सामान्य होने की उम्मीद है।
Branded liquor: राज्य को हो रहा नुकसानः
मंत्री ने शराब आपूर्ति कंपनियों से कहा कि वे ब्रांडेड शराब की आपूर्ति करें, ताकि राजस्व के हो रहे नुकसान को रोका जा सके। राज्य में करीब 86 प्रतिशत ब्रांडेड शराब की आपूर्ति इन्हीं कंपनियों के जिम्मे है। इन्हें अप्रैल महीने से ही शराब आपूर्ति के बकाया का भुगतान नहीं हो सका है।
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