Janaki Yadav:
रांची। झारखंड सरकार ने बरकट्ठा के पूर्व विधायक जानकी यादव को पिछड़ा वर्ग आयोग का अध्यक्ष नियुक्त किया है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उन्हें यह जिम्मेदारी सौंपते हुए सामाजिक न्याय और पिछड़े वर्गों के हितों की रक्षा में सक्रिय भूमिका निभाने की अपेक्षा जताई है। जानकी यादव की नियुक्ति को राज्य के सामाजिक और राजनीतिक संतुलन के दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
Janaki Yadav: जानकी यादव का राजनीतिक सफर
राजनीति में जानकी यादव का सफर उतार-चढ़ाव से भरा रहा है। 2014 में वे झारखंड विकास मोर्चा (जेवीएम) के टिकट पर बरकट्ठा विधानसभा सीट से चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे थे। 2015 में उन्होंने बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व में छह अन्य विधायकों के साथ भाजपा का दामन थाम लिया था। बाद में 2024 में वे झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) में शामिल हुए और उसी साल फिर से बरकट्ठा से चुनाव लड़ा, लेकिन इस बार दूसरे स्थान पर रहे।
Janaki Yadav: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन
अब मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उन्हें सामाजिक दृष्टि से बेहद अहम माने जाने वाले पिछड़ा वर्ग आयोग का अध्यक्ष बनाकर न केवल सामाजिक न्याय के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता दिखाई है, बल्कि ओबीसी वर्ग को एक सशक्त प्रतिनिधि भी प्रदान किया है। जानकी यादव की नियुक्ति से राज्य के राजनीतिक समीकरणों में भी हलचल देखने को मिल रही है। समर्थकों में खुशी और उत्साह का माहौल है।
Janaki Yadav: पिछड़ा वर्ग आयोग
पिछड़ा वर्ग आयोग का मुख्य कार्य राज्य में ओबीसी वर्गों से संबंधित मुद्दों पर सलाह देना, योजनाओं की निगरानी करना और सामाजिक समरसता को बढ़ावा देना है। जानकी यादव के अनुभव और जमीनी पकड़ को देखते हुए उम्मीद की जा रही है कि वे इस पद पर रहते हुए पिछड़े वर्गों के कल्याण के लिए ठोस पहल करेंगे।
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