Jahanara:
मुगल दरबार के इतिहासकार फ्रैंकोइस बर्नियर के अनुसार, मुगल बादशाह शाहजहां का अपनी बेटी जहांआरा के प्रति प्रेम साधारण पिता-पुत्री के रिश्ते से कहीं अधिक था। जहांआरा, शाहजहां और मुमताज की सबसे बड़ी बेटी, न केवल खूबसूरत बल्कि बुद्धिमान और दरबार में प्रभावशाली भी थी।
बर्नियर ने लिखा
बर्नियर ने लिखा है कि शाहजहां जहांआरा के आस-पास किसी भी पुरुष को बर्दाश्त नहीं करते थे। एक बार जहांआरा के एक आशिक को पकड़ने के लिए शाहजहां ने ऐसा आदेश दिया कि वह आशिक पानी की देग में छिपा था, उसे उबाल दिया गया। यह कहानी दरबार में चर्चित थी और शाहजहां के सख्त नियंत्रण और जलन को दर्शाती है।
जहांआरा से शादी की इच्छा रखने वाले शख्स
इतना ही नहीं, एक और घटना में जहांआरा से शादी की इच्छा रखने वाले शख्स को शाहजहां ने जहर देकर मौत के घाट उतार दिया था। यह बताता है कि शाहजहां अपनी बेटी पर पूरा नियंत्रण चाहते थे और उसे किसी और का होने नहीं देना चाहते थे।जहांआरा ने अपने पिता के अंतिम दिनों तक उनका साथ निभाया। औरंगजेब की कैद में रहने वाले शाहजहां ने 22 जनवरी 1666 को दुनिया को अलविदा कहा, तब जहांआरा उनके साथ थी।
यह कहानी मुगल बादशाह की पितृभक्ति और सख्ती का एक अनोखा पहलू सामने लाती है, जो इतिहासकारों के लिए भी दिलचस्प और कभी-कभी विवादास्पद रही है।
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