पटना, एजेंसियां। उत्तरी बिहार में इन दिनों सियार का आंतक फैला हुआ है। आए दिन सियार लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं।
कुछ दिनों पहले मुजफ्फरपुर जिले में सियारों के एक झुंड ने लोगों पर हमला कर दिया था। हमले में कई लोग घायल हुए थे। ताजा मामला छपरा जिले का है।
जहां इन दिनों सियार का आतंक छाया हुआ है। सियार के डर से लोग घरों से निकलने में कतरा रहे हैं। घटना दाउदपुर थाना क्षेत्र के कोहड़ा गांव की है।
जहां गुरुवार की रात 2 वर्षीय बच्ची को सियार खींचकर ले गया। दरअसल कोहड़ा गांव के निवासी रंगलाल बांसफोर की बेटी व पिंटू बांसफोर की पत्नी काजल देवी अपनी झोपड़ी में सो रहे थे।
पास ही में पुत्र विशाल और 2 वर्षीय बेटी पीहू भी सो रही थी। रात में करीब 2 से 3 बजे के बीच जब काजल की नींद खुली तो बेटी को गायब देखकर वो शोर मचाने लगी।
शोर सुनकर उसकी मां सुमिता देवी समेत आसपास के लोग भी जग गये और सभी लोग बच्ची की तलाश करने लगे।
वहीं घर से लगभग 100 मीटर की दूरी पर बच्ची का शव क्षत विक्षत अवस्था में मिला। फिर बच्ची के शव को परिजन घर लेकर आए।
इस घटना के बाद से पीड़ित परिवार में मातम छा गया है। इस घटना के बाद से गांव के लोगों में सियार का डर बैठ गया है।
वहीं परिजनों ने स्थानीय मुखिया प्रतिनिधि व रालोमो नेता ओमप्रकाश कुशवाहा को घटना की जानकारी दी। जिसके बाद ओमप्रकाश कुशवाहा ने मांझी सीओ सौरभ अभिषेक व दाउदपुर थानाध्यक्ष नवलेश को सूचित किया।
पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए छपरा के सदर अस्पताल में भेज दिया।
वन विभाग की टीम से सियार को पकड़ने की मांग की है
मौके पर सरपंच प्रतिनिधि राज कुमार राय, पूर्व बीडीसी प्रतिनिधि हसनैन आलम समेत कई लोग मौजूद थे।
इस घटना के बाद से गांव में मातम छाया हुआ है, साथ ही ग्रामीणों में अब शियार को लेकर जबरदस्त भय है।
सभी ने वन विभाग से सियार को जल्दी पकड़ने की मांग की है, ताकि फिर किसी बच्चे को वो निशाना ना बना सके।
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