राज्यपाल, सीएम समेत सैकड़ों भक्तों ने खींचा रथ
रांची। रांची में मंगलवार को रथयात्रा की धूम रही। जगनाथपुर रथयात्रा मेले में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। जगनाथपुर मंदिर परिसर श्रद्धालुओं से भरा रहा। लोग सुबह से पूजा अर्चना के लिए पहुंचते रहे। रथ खींचने को लेकर लोग काफी उत्साहित दिखे। जगन्नाथ स्वामी की जयकारों से जगन्नाथपुर मेला परिसर गूंज उठा।
राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन भी रथ खींचने और पूजा-पाठ के लिए पहुंचे। सीएम हेमंत सोरेन पारंपरिक वस्त्र में पूजा में शामिल हुए। उन्होंने धोती पहन रखा थी। साथ में पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, हटिया विधानसभा के विधायक नवीन जायसवाल मौजूद रहे। सभी ने भगवान जगन्नाथ की पूजा अर्चना की। शाम 5 बजे मंदिर परिसर से भगवान जगन्नाथ अपने भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ मौसीबाड़ी के लिए रथ पर सवार होकर रवाना हुए।
लाखों भक्त पहुंचे
जय जगन्नाथ के उद्घोष से जगन्नाथपुर परिसर गुंजायमान रहा। रांची समेत पड़ोसी जिले से भी भक्त आस्था की डोर खींचने के लिए पहुंचे। आम व खास सभी रथ की रस्सी को छूने और भगवान जगन्नाथ की एक झलक देखने के लिए आतुर थे। राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री ने भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा एवं भाई बलभद्र की विधिवत पूजा-अर्चना कर झारखंड वासियों की सुख, समृद्धि, शांति, खुशहाली तथा प्रगति की कामना की। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य वासियों को भक्ति एवं समर्पण का पर्व रथयात्रा की बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। पूजा अर्चना में सांसद संजय सेठ भी शामिल हुए।
नौ दिन तक चलेगा मेला
रथ मेला पूरे नौ दिन तक चलेगा। इसे देखने दूर-दूर से लोग आते हैं। पूरे मंदिर परिसर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। भीड़ देखते हुए स्वयंसेवी संगठनों के साथ-साथ आरएसएस, एनएसएस से जुड़े स्वयंसेवकों की टोली मेला परिसर में लोगों की मदद के लिए मौजूद हैं। मेला परिसर में बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। गाड़ियों का पड़ाव जगन्नाथपुर गोल चक्कर के समीप ही रखा गया है।
नौ दिन बाद लौटेंगे भगवान
मंदिर में पूजा अर्चना के बाद दोपहर 2.30 बजे सभी विग्रहों को रथ पर विराजमान किया गया। फिर लक्षार्चना हुई। पारंपरिक रूप से पूजा अर्चना के बाद शाम 5 बजे रथ को हजारों श्रद्धालु खींचते हुए मौसीबाड़ी तक ले गये। अब नौ दिन बाद भगवान वापस लौटेंगे। इसके साथ ही रथ मेला का समापन 1 जुलाई को हो जायेगा। मेला परिसर झूला और बच्चों के खिलौनों से पटा हुआ है।
बारिश से लोगों के खिले चेहरे
मेला परिसर में लोगों की भीड़ चिलचिलाती गर्मी के बावजूद लोगों की भीड़ रही। दोपहर बाद जब बादल छाये और झमाझम बारिश हुई, तो लोगों के चेहरे खिल उठे। क्योंकि मान्यता है कि रथयात्रा के दिन बारिश होने से मानसून अच्छा रहता है।