रांची। झारखंड में त्राहिमाम मचा है। लोग परेशान हैं और इधर-उधर भटक रहे हैं। दरअसल, लोग इसलिए परेशान हैं कि राज्य में इंटरनेट सेवा बंद है और डिजिटल दुनिया ठप हो गई है।
बताते चलें कि झारखंड में आज और कल यानी 21 और 22 सितंबर को जेएसएससी सीजीएल की परीक्षा चल रही है।
इसे लेकर इंटरनेट सेवा 21 और 22 सितंबर को दोपहर डेढ़ बजे तक बंद रखा जा रहा है। सरकार पिछली गलतियों को दुहराना नहीं चाहती।
परीक्षा कदाचार की रोकथाम के लिए यह कदम उठाया गया है। पर सरकार का यह निर्णय आम लोगों पर भारी पड़ गया है।
संभवतः यह देश की पहली ऐसी घटना है जब किसी परीक्षा को लेकर पूरे राज्य में इंटरनेट सेवा ठप की गई है।
आम लोग सुबह से ही परेशान
सरकार के इस फैसले ने राज्य के करोड़ो लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। सुबह लोगों ने जब मोबाइल देखा तो पता चला कि नेट नहीं चल रहा।
दुविधा में पड़े लोगों को लगा थोड़ी देर में यह ठीक हो जायेगा। फिर लोगों ने संबंधित मोबाइल कंपनियों के नंबर मिलाये, तो पता चला कि सरकार के आदेश पर सेवा ठप की गई।
इधर, इस डिजिटल युग में जी रहे लोग जब खरीदारी करने दुकान पर पहुंचे तो नेट बंद होने पेमेंट को लेकर चक्कर में पड़ गये। कई लोगों को बिना सामान लिये बैरंग लौटना पड़ा।
सबसे ज्यादा परेशानी, तो उन्हें हुई जिन्होंने पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल तो भरा लिये, पर पेमेंट नहीं कर पाये। अब गाड़ी से पेट्रोल कैसे वापस हो। ऐसे लोग मौके पर सरकार को कोसते नजर आये।
इंटरनेट ठप होने के कारण लोग मोबाइल से पैसों का लेन-देन नहीं कर पा रहे हैं। सबसे ज्यादा परेशान तो लोग दवा दुकानों पर नजर आये।
बीमार मरीज के लिए दवा भी जरूरी है और कैश नहीं होने के कारण पेमेंट फंस गया। दुकानदार भी ऐसे में क्या करे। जिन्हें पहचानता था उन्हें दवा तो दे दी पर जिन्हें नहीं जानता था, उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ा।
मतलब इंटरनेट ठप होने से पूरा राज्य अस्त व्यस्त हो गया। राज्य के करीब दो करोड़ लोगों को इससे परेशानी झेलनी पड़ रही है।
इतना ही नहीं, बाहर के जिलों से परीक्षा देने आए छात्रों को अपना सेंटर ढूंढने में दिक्कत हो रही है। मोबाइल में गुगल मैप काम नहीं कर रहा।
राज्य में ओला-उबर और रैपीडो वाले वाहनों का परिचालन भी इंटरनेट के कारण ठप है। इससे ऑफिस जाने वाले लोग सबसे अधिक प्रभावित हैं।
वैसे लोग जो घर के जरूरत की चीजों के लिए ऑनलाइन माध्यम पर निर्भर है, वो सरकार के इस आदेश से परेशान हैं।
शुक्रवार की शाम जारी हुआ आदेश
राज्य सरकार की ओर नेट सेवा ठप रखने का आदेश शुक्रवार को देर शाम जारी किया गया। अब लोग इस निर्णय पर सवाल उठा रहे हैं।
उनका कहना है कि सरकार को अपना सिस्टम दुरुस्त करना चाहिए था। अपनी परीक्षा प्रणाली में सुधार लाना चाहिए, ताकि कदाचार न हो। इस प्रकार जनता को परेशान करने से क्या परीक्षा कदाचार मुक्त हो जायेगी।
अब तक हुए कदाचार या पेपर लीक के मामलों में यही देखा गया है कि परीक्षा से एक दिन पहले ही पेपर गायब कर संबंधित छात्रों तक पहुंचा दिये गये, ऐसे में आज इंटरनेट बंद करने का क्या फायदा है। लोगों ने साफ कहा कि यह फैसला अविवेकपूर्ण है।
वैसे भी केवल मोबाईल इंटरनेट पर ही रोक लगाई गई है, जबकि फाइबर के जरिए नेट चल रहे हैं। ऐसे में कदाचार करने वाले इसका इस्तेमाल तो कर ही सकते हैं।
इंटरनेट बंद पर राजनीति
झारखंड में इस समय भाजपा परिवर्तन यात्रा कर रही है। कई केंद्रीय नेता झारखंड में मौजूद है। ऐसे में बीजेपी भी इसे लेकर हमलावर है। पार्टी का आरोप है कि परिवर्तन रैली को प्रभावित करने के लिए सरकार ने यह हथकंडा अपनाया है।
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