Amit Shah’s big statement:
नई दिल्ली, एजेंसियां। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने देश में जनसंख्या के धार्मिक अनुपात में आ रहे बदलाव को लेकर बड़ा बयान दिया है। दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि देश में मुस्लिम आबादी में 24.6 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है, जबकि हिंदू आबादी में 4.5 प्रतिशत की कमी आई है। शाह ने इस बदलाव के लिए पाकिस्तान और बांग्लादेश से हुई अवैध घुसपैठ को जिम्मेदार ठहराया।
अमित शाह ने कहा
अमित शाह ने कहा कि यह परिवर्तन किसी धर्म विशेष की जन्म दर या फर्टिलिटी रेट के कारण नहीं हुआ है, बल्कि यह बाहरी घुसपैठ का प्रत्यक्ष परिणाम है। उन्होंने कहा, “अगर देश का विभाजन धर्म के आधार पर न हुआ होता, तो आज धर्म आधारित जनगणना की आवश्यकता ही नहीं पड़ती।”उन्होंने बताया कि सीमावर्ती इलाकों में अवैध रूप से देश में प्रवेश करने वालों की संख्या लगातार बढ़ती रही है, जिससे कई राज्यों में जनसंख्या संतुलन बिगड़ गया है। शाह ने कहा कि केंद्र सरकार इस चुनौती से निपटने के लिए सख्त कदम उठा रही है और सीमाओं की निगरानी को और मजबूत किया गया है।
गृहमंत्री ने आगे कहा
गृहमंत्री ने आगे कहा कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है, जहां सभी समुदायों को समान अधिकार प्राप्त हैं, लेकिन देश की सुरक्षा और जनसंख्या संतुलन बनाए रखना भी उतना ही जरूरी है। उन्होंने चेताया कि अवैध घुसपैठ न केवल जनसंख्या अनुपात को प्रभावित करती है, बल्कि आंतरिक सुरक्षा, रोजगार और संसाधनों पर भी दबाव डालती है।
अमित शाह के इस बयान ने राजनीतिक हलचल भी तेज कर दी है। विपक्षी दलों ने इस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि जनसंख्या के मुद्दे को राजनीतिक रूप से नहीं, बल्कि सामाजिक और विकासात्मक दृष्टिकोण से देखा जाना चाहिए।
इसे भी पढ़ें
Manipur: गृह मंत्री अमित शाह के बेटे ने मांगे मणिपुर विधायकों से चार करोड़, जानिए क्या है मामला