Trump tariff:
वाशिंगटन, एजेंसियां। अमेरिका ने भारत पर हाई टैरिफ लगाकर दबाव बनाने की कोशिश की थी, लेकिन भारत ने रूस से सस्ता तेल खरीदकर उसे प्रोसेसिंग के बाद यूरोप को बेचकर मोटा मुनाफा कमा लिया।
भारत का डीजल निर्यात उछला
अगस्त 2025 में भारत का डीजल एक्सपोर्ट 137% बढ़कर रोजाना 2.42 लाख बैरल तक पहुंच गया। ग्लोबल एनालिटिक्स फर्म Kpler के मुताबिक सिर्फ यूरोप में ही भारत ने महीने-दर-महीने 73% ज्यादा डीजल एक्सपोर्ट किया। वहीं Vortexa का अनुमान है कि अगस्त में यूरोप को भारत ने 2.28 लाख बैरल प्रतिदिन डीजल भेजा, जो सालाना आधार पर 166% ज्यादा है।
अमेरिका का आरोप
अमेरिकी अधिकारियों ने भारत पर आरोप लगाया कि वह रूस से सस्ता तेल लेकर उसे रिफाइन कर पश्चिमी देशों को बेच रहा है और इस तरह रूस को अप्रत्यक्ष रूप से यूक्रेन युद्ध में फंडिंग मिल रही है।
भारत का जवाब
भारत ने इन आरोपों को खारिज करते हुए साफ कहा कि पश्चिमी देश चाहें तो तेल खरीदना बंद कर सकते हैं, लेकिन भारत अपनी ऊर्जा सुरक्षा और आर्थिक हितों के लिए स्वतंत्र फैसले लेगा।
क्यों बढ़ा निर्यात?
विशेषज्ञों का कहना है कि यूरोप में रिफाइनरियों के मेंटिनेंस शटडाउन, विंटर डिमांड और ईयू के प्रतिबंधों ने भारतीय डीजल को वहां बड़ी खपत दिलाई है।
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