नार्वे, एजेंसियां। 18 वर्षीय भारतीय ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञानानंद ने शतरंज के खेल में इतिहास रच दिया है।
उन्होंने दुनिया के नंबर-1 खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन के खिलाफ पहली बार क्लासिकल बाजी में जीत दर्ज करते हुए नॉर्वे शतरंज टूर्नामेंट में एकल बढ़त बना ली।
कार्लसन को रेपिड और ऑनलाइन मुकाबलों में हरा चुके 18 साल के प्रज्ञानानंद पिछले विश्व कप फाइनल में नॉर्वे के इस खिलाड़ी से हार गए थे लेकिन यहां अंतत: क्लासिकल बाजी में उन्हें 37 चाल में हराने में सफल रहे।
ग्रैंडमास्टर प्रज्ञानानंद ने वर्ल्ड चैंपियन मैग्नस कार्लसन को उनके ही घर में जाकर हराया है। सफेद मोहरों से खेलते हुए भारतीय स्टार ने पिछले साल के एफआईडीई वर्ल्ड कप विजेता कार्लसन को कांटे की टक्कर में हराया।
इसी के साथ भारतीय ग्रैंडमास्टर ने टूर्नामेंट के ओपन सेक्शन में एकल बढ़त हासिल कर ली है। प्रज्ञानानंद से मिली हार के बाद कार्लसन पांचवें स्थान पर खिसक गए।
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